रिम्स में सुरक्षाकर्मी व ट्रॉली हड़ताल पर, सुरक्षा व्यवस्था चरमराई
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजेंद्र आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान, रिम्स के सुरक्षाकर्मी और ट्रॉलीमैन सोमवार को हड़ताल पर चले गये है। इस हड़ताल से अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गयी है, वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेत सुबोधकांत सहाय भी सुरक्षाकर्मियों और ट्रॉलीमैन के समर्थन मेंउतर आये है। वे हड़ताल के समर्थन में आयोजित धरना में शामिल हुए और निदेशक से भी बातचीत कर बीच का रास्ता निकालने का आग्रह किया। सुबोधकांत सहाय ने कहा कि वर्षां से कार्यरत निजी सुरक्षाकर्मियों को सेवा निकाले जाने से उनके परिवार के समक्ष आर्थिक संकट की उत्पन्न हो गयी है। उन्होंने रिम्स प्रबंधन से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। इधर, रिम्स से निकाले के जाने के विरोध में सोमवार कोनिदेशक भवन के सामने सभी निजी सुरक्षाकर्मी बैठ गये। उनका कहना है कि रिम्स के द्वारा सेवा समाप्त कर दिए जाने से निजी सुरक्षाकर्मियों को अपने परिवार के भरण-पोषण करने की समस्या सामने आ गई है।रिम्स प्रबंधन से गुहार लगाया जा रहा है कि वह उन्हे पुनः सेवा में रखें।हड़ताल पर गए सभी सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि पिछले दिनों शासी परिषद की बैठक में जो फैसला लिया गया, वह इनके हित में नहीं है। इनके समर्थन में वार्ड-9 की पार्षद प्रीति कुमारी भी उतर आई हैं। प्रीती कुमारी का कहना है कि सरकार को इस पर एक बार विचार जरूर करना चाहि। गौरतलब है कि पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में हुई शासी परिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया था कि एक मार्च से रिम्स अस्पताल की सुरक्षा पूर्व सैनिक बलों को दिया जाएगा। सभी निजी सुरक्षाकर्मी और ट्रॉली मैन को रिम्स की सेवा से समाप्त कर दिया जाएगा। इससे रिम्स में लगभग 400 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी और ट्रॉली मैन आक्रोशित हैं और इसी फैसले के विरोध में आज से सभी सुरक्षाकर्मी और ट्रॉली मैन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है।
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