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कृषि वैज्ञानिक और छात्र गांवों में जाकर किसानों को व्यावहारिक जानकारी दें : राज्यपाल

बिरसा कृषि विश्वविद्यालय का तीन दिवसीय राज्य स्तरीय किसान मेला का समापन 

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सिटी पोस्ट लाइव,रांची: राजधानी रांची के कांके स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय किसान मेला का सोमवार को समापन हुआ। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कृषि क्षेत्र के वैज्ञानिकों और छात्रों को ग्रामीण स्तर पर सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए गांवों में जाकर किसानों को उन्नत कृषि प्रणाली की व्यावहारिक जानकारी उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कृषि क्षेत्र के छात्रों को एक गांव को गोद लेने, गांवों में सप्ताह भर रहने और किसानों को खेती की तैयारी से लेकर फसल काटने और फसल कटाई के बाद के तकनीकों से अवगत कराने और किसानों की जमीनी समस्यायों से रूबरू होने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस तरह के बहु उपयोगी मेले का आयोजन राज्य के प्रत्येक प्रखंड में किया जाना चाहिए। कम से कम भूमि में समेकित कृषि प्रणाली को अपनाकर अधिक लाभ प्राप्त करने के तकनीकों का व्यापक प्रसार और किसानों को प्राथमिक कृषि से माइक्रो तकनीकी कृषि की ओर उन्मुख करने की जरूरत है। देश की आत्मा गांवों में बसती है और किसानों की आय में बढ़ोतरी से ही गांवों का विकास होगा। किसानों के हित में कृषि के सभी हितधारकों को तकनीकों के माध्यम से सभी संभव प्रयास किये जाये। स्वागत भाषण में कुलपति डॉ. परविंदर कौशल ने कहा कि इस मेले में लाभकारी कृषि के लिए उपयुक्त कृषि प्रणाली विषय के अधीन 11 तकनीकों को प्रदर्शित किया गया। इन तकनीकों के प्रदर्शन से राज्य में किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। मेले में राज्य भर के किसानों ने भाग लिया और कृषि के बहुअयामी तकनीकों से अवगत हुए। आईसीएआर के सहयोग से आयोजित इस मेले में सभी जिलों के किसानों की भागीदारी और विश्वविद्यालय के अधीन कार्यरत सभी 11 महाविद्यालयों के छात्रों की सहभागिता से किसान हित में कृषि क्षेत्र को नई दिशा देने में मदद मिलेगी। मौके पर भारतीय प्राकृतिक राल एवं गोंद संस्थान के निदेशक डॉ. केके शर्मा ने आईसीएआर संस्थानों की सहभागिता से एक ही जगह सभी तकनीकी के प्रदर्शन को किसानों के लिए बेहतर अवसर और राज्य कृषि विकास के लिए उपयोगी बताया। धन्यवाद ज्ञापन निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. जगरनाथ उरांव ने दी। मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव सत्येन्द्र सिंह, डॉ. टीआर शर्मा, सभी निदेशक, सभी डीन, छात्र-छात्राएं और भारी संख्या में 12 जिले के किसान मौजूद थे।
राज्यपाल ने किसानों को सम्मानित किया समापन समारोह के अवसर पर राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू ने उद्यान में उत्कृष्ट प्रदर्शनी के लिए पिठोरिया (रांची) की मुन्नी देवी चौरसिया को शकरकंद और मीठी चटनी, भंडरा (लोहरदगा) के धनेश्वर महतो को अदरख एवं इमली की खेती के लिए सम्मानित किया और पारितोषिक भेंट दी। उन्होंने 40वीं वाहिनी आईटीबीपी को पेंजी, गेंदा, डहेलिया, अरेलिया, गुलदस्ता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया। इसके अलावा कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शनी एवं योगदान के लिये पूपेन कच्छप, गनसु महतो, मुखराम यादव, शीला उरांव, मो. मक़सूद आलम, रामजीत बेसरा, सत्येन्द्र उरांव, राम महतो, शिवनाथ कुशवाहा, नीरज कुमार, मिथिलेश कुमार यादव, विवेकानंद गोराई, भिंसरी गंझू, अमिन किस्कू, लाल संतोष कुमार नाथ तथा गढ़वा की स्वसेवी संस्था बीसीसीएल जनसेवा ट्रस्ट को सम्मानित किया और पारितोषिक भेंट दी।
किसानों को कृषि मशीनीकरण और उर्जा प्रबंधन स्टॉल ने किया आकर्षित 
मेले में कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय की ओर से कृषि मशीनीकरण एवं उर्जा प्रबंधन विषय पर सबसे बड़ी प्रदर्शनी लगाई गयी। इसके स्टॉल पर महिला कृषकों के लिए उपयोगी कृषि यंत्रों में हस्तचालित धान रोपाई, कोनोवीडर, पॉवर वीडर, ह्वील हैंड हो, डच हो, हैंड मेजशेलर, रीपर, थ्रेसर के अलावा कम लागत से अधिक लाभ देने वाले पशुचालित एवं हस्तचालित कृषि उपकरणों को प्रदर्शित किया गया। इसके अतिरिक्त नवीकरण उर्जा में सोलर चालित संयंत्र और बायो गैस की प्रदर्शनी लगाई गयी। इन उपकरणों एवं संयंत्रों में किसानो ने विशेष रुचि ली।
उन्नत और आधुनिक कृषि प्रणाली स्टॉल 
इस स्टॉल में टपक सिंचाई, प्लास्टिक तालाब, ग्रीन हाउस, हरित गृह, प्लास्टिक लो टनल की तकनीकें प्रदर्शित की गयीं। विशेषज्ञों के अनुसार इन उन्नत एवं आधुनिक तकनीकों से कृषि को लाभकारी और किसानों की आय दुगूनी करने में मदद मिलेगी।
मुख्य थीम पंडाल 
मेले का मुख्य विषय लाभकारी कृषि के लिए उपयुक्त कृषि प्रणाली पर मुख्य थीम पंडाल में एक ही जगह पठारी एवं वर्षाश्रित कृषि आधारित उपयोगी तकनीकों को प्रस्तुत किया गया। इस स्टॉल को डॉ. डीएन सिंह के नेतृत्त्व में डॉ. एके सिंह, डॉ. बीके अग्रवाल और डॉ. कौशल कुमार ने तैयार किया था।
राज्यपाल ने किया 32 कमरों और 64 बेडों वाले वानिकी बालिका छात्रावास का शिलान्यास 
मेला समापन समारोह से पहले सोमवार को राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू ने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वानिकी संकाय में 32 कमरों और 64 बेड वाले बालिका छात्रावास का शिलान्यास किया। छात्रावास का निर्माण आईसीएआर के सौजन्य से होगा। मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव सत्येन्द्र सिंह, बीएयू की कुलपति डॉ. परविंदर कौशल, डॉ. केके शर्मा, डॉ. टीआर शर्मा, डॉ. महादेव महतो, डॉ. कौशल कुमार आदि मौजूद थे।

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