सिंदरी की टासरा ओपन कास्ट परियोजना बंद होने से हजारों परिवार बेघर और बर्बाद
सिटी पोस्ट लाइव, धनबाद: धनबाद जिले के सिंदरी डोमगढ़ स्थित टासरा ओपन कास्ट परियोजना बंद होने से हजारों परिवार बेघर और बर्बाद हो गए । इस परियोजना को विगत 22 नवंबर को सेल चासनाला ने एक महिना के नोटिस पर जगह खाली करने का फरमान सुनाया है । सेल चासनाला के 600 हेक्टेयर में स्थित टासरा परियोजना के लिए काम कर रही लेनको इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की सहायक कंपनी त्रिवेणी रामका प्राइवेट लिमिटेड के मनीष रंजन ने बताया कि लगभग आठ महीने इंतजार के बाद उनकी कंपनी को इस प्रोजेक्ट को बंद होने से लगभग 200 करोड़ का नुकसान हुआ है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि इस प्रोजेक्ट से हो रहे कोयला का उत्पादन विगत मार्च महीने के बाद बंद हो गया था । इस प्रोजेक्ट के बंद हो जाने से लगभग 400 प्रत्यक्ष तथा 10 हजार परिवार अप्रत्यक्ष रूप से बर्बाद हुए हैं । उन्होंने कहा कि 22 दिसंबर की समयरेखा में उन्हें पूरा प्रोजेक्ट खाली करने का निर्देश सेल चासनाला ने दे दिया है। उन्होंने कहा कि त्रिवेणी का माइनिंग फीस लगभग 40 करोड़ रुपये सेल चासनाला के पास अभी भी बकाया है। जिसे फिलहाल अधर में ही लटका माना जा सकता है । उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी के द्वारा ग्रामीणों को दिया जा रहा मुफ्त पानी व मुफ्त चिकित्सा समेत मुफ्त दवा आदेश से प्रभावित होंगे । उन्होंने कहा कि आरएनआर के तहत फिलहाल 105 ग्रामीण परिवारों को पीडीआईएल के केडी टाइप क्वार्टर में अस्थायी तौर पर रखा गया है, जिनका भविष्य सेल चासनाला तय करेगी । उन्होंने यह भी कहा कि परियोजना के बंद होने से पूर्व ग्रामीणों की 224 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही थी। इस पर विराम लगाते हुए टासरा प्रोजेक्ट महाप्रबंधक अनिल कुमार राय ने कहा कि लेनको इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी द्वारा परियोजना में धीमी गति तथा बैंक बाधा होने के कारण इस परियोजना से उन्हें हटाया गया है । उन्होंने यह भी कहा कि ग्लोबल टेंडर प्रक्रिया के द्वारा माइनिंग डेवलपर आपरेटर को परियोजना को पुनः स्थापित करने का कार्य दिया जाएगा तथा लेनको की अनुपस्थिति में भी ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण जारी रहेगा । उन्होंने कहा कि धनबाद डीसी से वार्ता कर ग्रामीणों को राज्य सरकार के आरएनआर के तहत आवास उपलब्ध कराया जाएगा । उन्होंने कहा कि इस परियोजना से निकाले गए कोयले की गुणवत्ता ओसी ग्रेड फोर (कोकिंग कोल) पाया गया । उन्होंने कहा कि डेलॉयट कंपनी के चार्टर्ड एकाउंटेंट सावन गोदियावाला को लिक्विडेटर बहाल कर लेनको की परिसंपत्ति को बेचकर लेनको के कर्जों को समाप्त किया जाएगा । उन्होंने कहा कि दिल्ली हाइकोर्ट के आदेशानुसार इस प्रक्रिया को किया गया है । उन्होंने लेनको की बकाया राशि का भुगतान को लेकर बताया कि कार्य की धीमी गति के कारण सेल चासनाला को प्रत्यक्ष रूप से लगभग 218 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है । वहीं इन दो दिग्गज कम्पनियों के बीच फंसे कई ग्रामीणों ने आज टासरा महाप्रबंधक से बात की और बताया कि हमें हमारा हक हर हाल में मिलना चाहिए। ग्रामीण देवेंद्र नाथ मंडल, मानिक चंद्र मंडल, परितोष मंडल एवं चमक लाल सिंह ने मांग की है कि जमीन अधिग्रहण का काम शुरू रहना चाहिए । ग्रामीणों ने बताया कि परियोजना के बंद होने से इसमें काम कर रहे लगभग 60 परिवार रोजगार विहीन हो गए हैं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि महाप्रबंधक ने कहा है कि आसनबनी में जमीन अधिग्रहण कर विस्थापितों को आवास उपलब्ध कराया जाएगा ।
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