माओवादियों ने पोस्टरबाजी कर नक्सलियों की रिहाई की मांग की
सिटी पोस्ट लाइव : भाकपा माओवादी संगठन से जुड़े रहे नक्सली प्रवीर दा और सनातन बास्की को फांसी की सजा सुनाये जाने से बौखलाये माओवादियों ने शिकारीपाड़ा के पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में पोस्टरबाजी की है। माओवादियों ने शुक्रवार को झारखंड बंद का आह्वान किया है। पोस्टरबाजी कर दोनों नक्सलियों की रिहाई की मांग की है। सरसडंगाल में नक्सलियों ने ट्रक, बिजली के पोल और कुछ मकान की दीवारों पर पोस्टर साट दिये हैं। इसमें झारखंड को लालखंड में तब्दील कर देने की बात कही गयी है। पाकुड़ के तत्कालीन एसपी अमरजीत बलिहार और उनके साथ पांच अन्य जवानों की हत्या के मामले में दुमका के चतुर्थ जिला एवं सत्र न्यायाधीश मो तौफीकुल हसन ने 26 सितंबर को प्रवीर दा और सनातन बास्की को फांसी की सजा सुनायी थी।
अमरजीत बलिहार की 2 जुलाई, 2013 को दुमका जिले के काठीकुंड थाना क्षेत्र के आमतल्ला में उस वक्त हत्या कर दी गयी थी, जब वे डीआइजी के साथ मीटिंग करके लौट रहे थे। नक्सली बंदी और पोस्टरबाजी के बाद से शिकारीपाड़ा के पत्थर औद्योगिक क्षेत्र में बंद का व्यापक असर दिख रहा है। अधिकांश क्रशर और पत्थर खदान में उत्पादन और ढुलाई का काम ठप है। सभी पोस्टर को पुलिस ने जब्त कर लिया है। इलाके में गश्त बढ़ा दी गयी है। नक्सलियों की पोस्टरबाजी और बंद के मद्देनजर पूरे जिले में पुलिस चौकसी बरत रही है।
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