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पाँच लड़कियों का हथियारों के बल पर ‘गैंग रेप’ की घटना से दहला झारखण्ड

खूंटी जिले के कोचांग गाँव में पांच लड़कियों के साथ गैंगरेप की घटना

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सिटी पोस्ट लाईव : झारखण्ड के झारखंड की राजधानी रांची से क़रीब 80 किलोमीटर दूर खूंटी जिले के कोचांग गाँव में पांच लड़कियों के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है. रांची के डीआईजी ऐ वी होमकर के अनुसार  मंगलवार, 19 जून को एक ग़ैर सरकारी संस्था ‘आशा किरण’ की एक टीम कोचांग गाँव गई थी.ग्यारह लोगों की ये टीम मानव तस्करी के ख़िलाफ़ एक जागरूकता अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक करने इस गाँव पहुँची थी.गाँव के बाज़ार में नुक्कड़ नाटक करने के बाद संस्था के ये लोग एक स्थानीय मिशनरी स्कूल पहुँचे.पुलिस के मुताबिक, इन लड़कियों के स्कूल पहुँचते ही मोटरसाइकिल सवार कुछ लोग स्कूल पहुँचे और हथियारों के बल पर पाँच लड़कियों का अगवा कर लिया. साथ ही टीम में शामिल तीन पुरुष सदस्यों के साथ भी अपराधियों ने मारपीट की.इसके बाद अभियुक्तों ने पास के जंगल में ले जाकर गैंग रेप को अंजाम दिया.

झारखण्ड के खूंटी के पुलिस अधीक्षक अश्विनी सिन्हा ने मीडिया को बताया, “खूंटी ज़िले में एक ग़ैर सरकारी संस्था के लिए काम करने वाली पाँच लड़कियों के साथ गैंग रेप के आरोप में कोचांग स्थित मिशनरी स्कूल के फ़ादर समेत सात अन्य लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है.”उन्होंने बताया कि पुलिस ने एक आरोपी की तस्वीर जारी की है. उसकी सूचना देने वाले को पचास हज़ार रुपये का ईनाम देने की भी घोषणा की गई है.कि 20 जून को इस घटना की ख़बर सामने आई. ख़बर मिलने के तुरंत बाद ही खूंटी ज़िले के उपायुक्त अपनी टीम के साथ इस मामले में जानकारियाँ जुटाने में लग गये थे.

21 जून को एक पीड़िता की तलाश करने के बाद उससे लंबी पूछताछ की गई. फ़िलहाल पीड़िता पुलिस की निगरनी में सुरक्षित हैं. उनका मेडिकल चेकअप कराया गया है.आरोप ये भी लगा है कि  कोचांग गाँव के उस मिशन स्कूल के फ़ादर और आशा किरण संस्था की पदाधिकरियों ने तत्काल पुलिस या प्रशासन को इस घटना की कोई जानकारी नहीं दी थी.पुलिस लड़कियों की संस्था से जुड़ीं दो सिस्टर से भी पूछताछ कर रही है कि किन परिस्थितियों में वो घटना पर चुप्पी साधे रहीं. स्कूल की दो टीचरों से भी पूछताछ की गई है.मामले की तफ़्तीश के लिए खूंटी ज़िले के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में 3 विशेष टीमें इस घटना पर अलग-अलग काम कर रही हैं.पुलिस को ये भी संदेह है कि इस घटना में पत्थलगड़ी समर्थकों का हाथ हो सकता है, क्योंकि कोचांग गाँव में पहले पत्थलगड़ी की गई थी.पत्थलगड़ी तथा नक्सल प्रभावित और दुर्गम इलाक़ा होने के कारण पुलिस अपनी कार्रवाई में एहतियात बरत रही है.

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