निरहुआ को देखने बड़ी संख्या में लोग वहां आए थे और सभी उनके साथ सेल्फी लेने के लिए मंच पर चढ़ गए तो मंच टूटने लगा. बार बार मंच से उतरने की घोषणा के बाद भी लोग नहीं उतरे. लोग निरहुआ से गाना और डायलग सुनने की मांग कर रहे थे.निरहुआ ने अपने फिल्म का एक गाना और डायलॉग भी सुनाया लेकिन बड़ी संख्या में उमड़ी लोगों की भीड़ के बीच सेल्फी लिए धक्का मुक्की शुरू हो गई .
सिटी पोस्ट लाईव :भोजपुर फिल्म स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ के साथ सेल्फी खिंचवाने की ऐसी होड़ मची कि मारपीट की नौबत आ गई.बाउंसर्स को निरहुआ के फैन्स पर लाठी चार्ज करना पड़ा .इस हंगामे की वजह से खुदीराम बोस स्टेडियम में आयोजित क्रिकेट मैच भारी अफरा-तफरी के बीच रद्द कर दिया गया. सेल्फी लेने के लिए महिला-पुरुष और लड़कियों की काफी भीड़ उमड़ पडी .एक घंटे तक धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी मची रही. इसके बाद आयोजक ने क्रिकेट मैच को रद्द कर दिया. बताया जाता है कि अपने फिल्म के प्रमोशन के लिए शहर आए भोजपुरी फिल्म अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ अपने फिल्म के सभी सदस्यों के साथ नेहरू स्टेडियम में शुक्रवार रात 8 बजे क्रिकेट मैच खेलने के लिए आए थे और बड़ी संख्या में लोग निरहुआ को देखने के लिए भी पहुंचे थे.
निरहुआ को देखने बड़ी संख्या में लोग वहां आए थे और सभी उनके साथ सेल्फी लेने के लिए मंच पर चढ़ गए तो मंच टूटने लगा. बार बार मंच से उतरने की घोषणा के बाद भी लोग नहीं उतरे. लोग निरहुआ से गाना और डायलग सुनने की मांग कर रहे थे.निरहुआ ने अपने फिल्म का एक गाना और डायलॉग भी सुनाया लेकिन बड़ी संख्या में उमड़ी लोगों की भीड़ के बीच सेल्फी लिए धक्का मुक्की शुरू हो गई . कई लोगों ने महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार भी शुरू कर दिया .अफरा-तफरी और धक्का-मुक्की में कई लोगों को चोटें भी आई. बाद में क्रिकेट मैच को रद्द करने की घोषणा कर दी गई.
दरअसल निरहुआ की भोजपुरी फिल्म बॉर्डर ईद के दिन सलमान की रेस ३ के साथ रिलीज़ हुई है.सलमान की फिल्म पर निरहुआ की फिल्म देहाती ईलाकों में भारी पड रही है.अपनी इसी फिल्म के प्रोमोशन के सिलसिले में निरहुआ लगातार बिहार में घूम घूम कर अपनी फिल्म का प्रोमोशन करने में जुटे हुए हैं.आयोजकों को मुजफ्फरपुर में इस बात का अंदाजा ही नहीं था कि उन्हें देखने के लिए इतनी ज्यादा संख्या में लोग आ जायेगें.निरहुआ की माता जो साथ में घूम रही हैं का कहना है कि दिनेश को बचपन से ही गीत-संगीत का शौक था.वो कभी रियाज से नहीं छोड़ता था.भैस चराते वक्त भी उनकी पीठ पर बैठकर गाने गाता रहता था. मेरे पति चाहते थे कि दिनेश पढ़ लिखकर अच्छी नौकरी करे, लेकिन वो एक्टर बनना चाहता था.
Comments are closed.