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बिरसा जैविक उद्यान पर्यटकों के लिए खुला, पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू

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सिटी पोस्ट लाइव,रांची: राजधानी रांची से करीब 25किमी दूर ओरमांझी के निकट चकला में स्थित भगवान बिरसा जैविक उद्यान शुक्रवार को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। जैविक उद्यान खुलने के साथ ही पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है, हालांकि पहले दिन काफी कम संख्या में पर्यटक पहुंचे। लेकिन पर्यटकों का स्वागत गुलदस्ता और फूल देकर किया गया। कोरोना संक्रमण को देखते हुए पिछले तीन महीने से बिरसा जैविक उद्यान बंद था। भगवान बिरसा जैविक उद्यान के निदेशक यतींद्र कुमार दास ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए व सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए सात अप्रैल 2021 से उद्यान को पर्यटकों के लिए बंद रखा गया था।  जैविक उद्यान समते राज्य के विभिन्न पार्कों को खोलने के आदेश के बाद सैर सपाटे पर निकलने वाले लोगों के चेहरे पर रौनक लौट आयी है। अब बिरसा जैविक उद्यान आने वाले टूरिस्टों को निराशा हाथ नहीं लगेगी। भगवान भगवान बिरसा जैविक उद्यान में लोग सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक घूम सकेंगे।  इसके लिए पहले आपको एंट्री टिकट खरीदना होगा। टिकट के दाम नहीं बढ़ाये गए हैं।  लोग के काउंटर से या फिर ऑनलाइन टीकट खरीद सकते हैं।

 

ओरमांझी जैविक उद्यान में 3-12 साल तक के बच्चों के लिए एंट्री टिकट 20 रुपये हैं, 12 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए टिकट की कीमत 40 रुपये है। जबकि ग्रुप टिकट वयस्कों के लिए लोगों को प्रति व्यक्ति 30 रुपये, वहीं बच्चों को लिए 15 रुपये का शुल्क रखा गया है।  ग्रुप टिकट 25 लोगों से ज्यादा नहीं मिलेगा। पार्क में साइकिल से घूमने के लिए पर्यटकों को उद्यान में प्रवेश करते ही एक सौ रूपये का सिक्यूरिटी मनी जमा करना होगा।  दो सीट वाली साइकिल को सिर्फ पति पत्नी के साथ घूमने के लिए दिया जायेगा। एक सीट व दो सीट वाली साइकिल की सिक्यूरिटी मनी बराबर रखी गयी है। टिकट दर में कोई वृद्धि नहीं की गयी है।

पर्यटकों के लिए एडवाइजरी
चिड़ियाघर जनता के लिए कोविड-19 से बचाव को लेकर जारी सुरक्षा उपायों के बीच खोला गया है, इस कारण कई एडवाइजरी भी जारी किया गया है।  आगंतुक सुविधाओं (वॉशरूम, बैटरी चालित वाहन, पशु प्रदर्शनी क्षेत्रों के पास आदि) का उपयोग करते समय 2 मीटर की सामाजिक दूरी बनाए रखेंगे। आगंतुकों को सलाह दी जाती है कि वे बैरिकेड्स और अन्य सतहों को छूने से बचें ताकि संक्रमण प्रसार की संभावना कम हो।आगंतुक चिड़ियाघर परिसर के अंदर थूकने से बचेंगे।आगंतुक अपने स्वयं के सैनिटाइज़र ले जा सकते हैं, और मास्क लगाना अनिवार्य है।बिना मास्क के एंट्री नहीं दी जाएगी।

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