सिटी पोस्ट लाइव, रांची: भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने स्व रूपा तिर्की के परिजनों के साथ शनिवार को राज्यपाल से मुलाकात की। आरती कुजूर ने कहा कि राज्य सरकार ने बेटी के लिए न्याय मांगने वाले पिता को ही आरोपी बनाकर अपना असली चेहरा दिखा दिया है। हेमन्त सरकार इस केस को रफा दफा करने के लिए कितना भी प्रयास कर ले राज्य की जनता रूपा को न्याय दिलाने के लिए अंतिम तक संघर्ष करते रहेगी। दिवंगत दारोगा स्व रूपा तिर्की के परिजन राज्यपाल से मुलकात कर ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन देते हुए स्व रूपा तिर्की की मां पद्मावती उराइन ने कहा कि मेरी बेटी स्व रूपा तिर्की जो साहिबगंज जिला में महिला थाना प्रभारी के पद पर कार्यरत थी। उसकी हत्या तीन मई 2021 को उसके सरकारी आवास में कर दी गई। साहेबगंज पुलिस प्रशासन शुरू से ही उक्त हत्याकांड को आत्महत्या घोषित करने में लगी हुई है। इसलिए मैंने बेटी की हत्या की सीबीआई जांच की मांग की। लेकिन पुलिस- प्रशासन ने बेटी के हत्यारों को पकड़ने के बजाय बेटी के चरित्र पर ही सवालिया निशान लगा इसे आत्महत्या का रूप दे दिया। उन्होने कहा कि हद तो अब ये हो गई है कि पुलिस ने मेरे पति अर्थात रूपा के पिता को ही हत्या का आरोपी बना दिया है तथा बेटी की हत्या के असली आरोपियों को बचाने में लगी हुई है।
Read Also
उन्होंने कहा कि साहेबगंज पुलिस प्रशासन द्वारा शुरू से ही लापरवाही बरती जा रही है। जिसका नतीजा यह है कि रुपा के पार्थिव शरीर का जब पोस्टमार्टम किया गया तो बिसरा तक सुरक्षित नहीं रखा गया और न ही मेडिकल कॉलेज में एक्सपर्ट के द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया। कमरे में जब उसका शव हमने देखा था उस वक्त उसके नाक से झाग भी निकल रहे थे, जिससे हमें संदेह है कि उसे जहर भी दिया गया था।
उसके साथ मारपीट भी की गई थी, जिसके निशान उस वक्त उसके शरीर पर साफ साफ दिखाई पड़ रहे थे। गले पर भी दो रस्सी के निशान थे, जिसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी के गुप्तांग से अत्यधिक रक्त श्राव (हेवी ब्लीडिंग) का होना भी संदेह पैदा करता है कि कहीं मेरी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म तो नहीं हुआ हैं। अब 45 दिन हो चुके हैं, अगर जल्द ही रिपोस्टमार्टम नहीं हुआ तो सारे सबूत खत्म हो जाएंगे।
Comments are closed.