सिटी पोस्ट लाइव, सुपौल: सुपौल जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में 7 नवंबर को तीसरे चरण में होने वाले चुनाव को लेकर जहां निर्मली, छातापुर, त्रिवेणीगंज, पिपरा विधानसभा क्षेत्र के लिए एनडीए व महागठबंधन ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, वहीं जिले की सबसे चर्चित सीट सुपौल में जहां जदयू से 8वीं बार ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव पर पुनः भरोसा जताया है, वहीं महागठबंधन के उम्मीदवारों की घोषणा नहीं होने से तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। लगभग एक सप्ताह पूर्व महागठबंधन से पूर्व सांसद लवली आनंद का नाम आने के बाद लवली आनंद व उनके छोटे बेटे ने क्षेत्र में जनसम्पर्क अभियान चालू कर दिेया। इसके बाद अचानक से कांग्रेस पार्टी ने इस क्षेत्र से दावेदारी पेश कर दी जिसके बाद जैसे ही लवली आनंद को सहरसा से महागठबंधन का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया, उसके के बाद से कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं। जानकारों की मानें तो कांग्रेस इस सीट से किसी महिला उम्मीदवार को ही उतारने के मूड में है।
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इसमें सबसे पहले पूर्व सांसद रंजीत रंजन का नाम सामने आया, मगर श्रीमती रंजन के इनकार के बाद पूर्व जिला पार्षद अनोखा देवी मैदान में आ सकती हैं। वैसे पार्टी सूत्रों की मानें तो पूर्व विधायक प्रमोद कुमार सिंह, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मिन्नत रहमानी, जिलाध्यक्ष प्रो. विमल कुमार यादव के नाम पर भी मंथन हो रहा है। अब देखना है कि तरकस से निकला तीर निशाने पर लगता है या हाथ में लिया ढाल उसे रोक पाता है।
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