सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग की तारीख तय हो गई है. इतना ही नहीं नामांकन भी जारी है. लेकिन अब भी महागठबंधन और एनडीए में सीटों का ओर्मुला पूरी तरह से तय नहीं हुआ है. जहां एनडीए की लगातार चल रही मैराथन बैठक में अबतक सीटों का समीकरण नहीं बना है. तो वहीं शनिवार को महागठबंधन ने सीटों को लेकर औपचारिक ऐलान तो किया, फिर भी एक घटक दल, मुकेश सहानी की VIP पार्टी को छोड़ दिया. जिसके बाद उन्होंने बगावती तेवर अपना लिए हैं. राजद ने खुद के खाते में 144 सीटें रखकर मुकेश सहनी को इसी से सीट देने के ऐलान ने, उनके समर्थकों में गुस्सा भर दिया. जिसके बाद काफी हंगामा भी देखने मिला.
वहीं शनिवार की देर शाम दरभंगा जिले के हायाघाट जदयू विधायक, जिनके बारे में लम्बे समय से कयास लगाए जा रहे थे कि वो राजद में जा सकते हैं. उनका भी सस्पेंस ख़त्म हो गया. उन्होंने देर शाम देर शाम कहा कि वे अब जदयू को छोड़ राजद का दामन थाम रहे हैं. बता दें हायाघाट के जदयू विधायक अमरनाथ गामी काई दिनों से चर्चा में थे. वे जब शनिवार को पटना से दरभंगा लौटे तो मीडिया से कहा कि जदयू को छोड़ अब वो राजद के टिकट से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि दो से तीन दिन के अंदर राजद पार्टी ज्वाइन कर लेंगे. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए हायाघाट विधानसभा या दरभंगा शहर की सीट में से एक पसंद करने का ऑफर दिया है. लेकिन वे अभी तय नहीं कर पा रहे हैं कि चुनाव कौन सी सीट से लड़ें. जल्द ही परिवार और समर्थकों से राय-विचार कर निर्णय ले लेंगे और इसकी जानकारी तेजस्वी यादव को दे देंगे.
लोकसभा चुनाव के समय से ही अमरनाथ गामी जदयू की नीति के खिलाफ खुलकर बोल रहे थे. कई बार सीधे नीतीश कुमार पर भी वे हमला कर चुके हैं. आज भी उन्होंने नीतीश कुमार को वैश्य विरोधी बताते हुए कहा कि उनको कुर्सी से प्रेम है. 15 साल से उन्हें झेलती जनता अब ऊब चुकी है और परिवर्तन चाह रही है, जो जरूर होगा. बताते चलें अमरनाथ गामी का जदयू इसबार पत्ता काटने वाले थे. जिसका उन्हें अंदेशा हो गया था. हालांकि उन्होंने बीजेपी से बात की लेकिन वहां डाल नहीं गली. जिस वजह से उन्होंने राजद का ऑफर स्वीकार कर उनके हो लिए.
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