सिटी पोस्ट लाइव, कानपुर: सीओ देवेन्द्र मिश्रा समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या की घटना बिकरु कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे सहित छह लोग पुलिस मुठभेड़ मारे जाने के बाद से बचे हुए आरोपितों में पुलिस का जबरदस्त खौफ है। एनकांउटर में मारे जाने के डर से आरोपित इन दिनों पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में बराबर सरेंडर भी कर रहे हैं। वहीं पुलिस भी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाये हुए है। इसी के चलते बुधवार को बजरिया पुलिस ने विकास दुबे के एक और साथी बबलू उर्फ इस्लाम बेग को जो 25 हजार रुपये का इनामिया था उसे धर दबोचा। इनामिया के पास से एक तमंचा और कारतूस भी बरामद हुए हैं।चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव में दो जुलाई को दबिश देने गयी पुलिस टीम पर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने पुलिस पर जबरदस्त फायरिंग की थी।
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इस घटना में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गये थे और बाद में पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर मुख्य आरोपित विकास दुबे सहित छह लोगों को मुठभेड़ में मार गिराया। इसके बाद भी कई दर्जन अन्य आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर रहे और पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाये हुए है। इसी वजह से बचे हुए आरोपित पुलिस एनकाउंटर के भय से या तो खुद कोर्ट में या तो थाने में सरेंडर कर रहे हैं और अभी भी कई आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। बुधवार को बजरिया पुलिस को मुखबिर के जरिये सूचना मिली कि बिकरु गांव का रहने वाला बबलू उर्फ इस्लाम बेग जो बिकरु कांड का आरोपित है और 25 हजार रुपये का इनामिया है, थाना क्षेत्र में शरण लिए हुए है।
सीओ त्रिपुरारी पाण्डेय ने बताया कि जैसे ही मुखबिर से सूचना मिली तो प्रभारी निरीक्षक राममूर्ति यादव मय हमराही के साथ मुखबिर के बताये हुए स्थान काली मठिया चौराहे के पास पहुंचे तो पुलिस को देख एक व्यक्ति भागने लगा। पुलिस को शक हुआ और उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके पास से एक तमंचा व कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में उसने अपना नाम बबलू उर्फ इस्लाम बेग बताया। सीओ ने बताया कि बिकरु कांड में बबलू ने विकास के साथ पुलिस पर गोली चलायी थी और इस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी था। सीओ ने बताया कि बजरिया थाना में इसके खिलाफ पहले से भी मुकदमा दर्ज है और अग्रिम कार्रवाई करते हुए अभियुक्त को जेल भेजा जा रहा है।
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