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सीएम के विधानसभा क्षेत्र में युवती के साथ थाना प्रभारी की बदसलूकी

बाबूलाल मरांडी ने सीबीआई जांच की मांग की

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सिटी पोस्ट लाइव, रांची: बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट के थाना प्रभारी हरीश पाठक द्वारा एक युवती और उसके परिजनों के साथ बदसलूकी की घटना के मामले की सीबीआई जांच  की है। बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को बताया कि साहेबगंज जिला के बरहेट थाना प्रभारी हरीश पाठक द्वारा प्रेम प्रसंग के एक मामले में एक लड़की के साथ झोंटा पकड़कर पटककर मारपीट व गाली-गलौज करने और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरहेट परिसर स्थित निवासी लड़के की मां के साथ भी भद्दी-भद्दी गाली देने व उनके पति और बेटे को दौड़ाकर गोली मारने सहित कई प्रकार की धमकी देने का मामला सामने आया है। उन्होंने बताया कि ग्राम बरहेट के संथाली इरकोण रोड निवासी पीड़ित परिवार ने इस संबंध में आवेदन देकर पूरी घटना से अवगत कराया है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इससे संगीन व जघन्य अपराध नहीं हो सकता है। एक दारोगा द्वारा किसी महिला को इस प्रकार सरेआम मारपीट व गाली-गलौज करना अक्षम्य अपराध है। यह मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र का भी मामला है। सरकार को तमाम सबूतों को देखते हुए दारोगा पर सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। ताकि इस प्रकार की घटना की पुर्नरावृति नहीं हो।

उन्होंने बताया है कि पीड़ित महिला के पति सह लड़की के पिता को 20 जुलाई से ही थाने में बंद करके रखा गया है। उनके साथ भी लगातार बेरहमी से मारपीट करने का आरोप परिजनों ने थाना प्रभारी पर लगाया है। थाना में बंद किए गए व्यक्ति से उक्त महिला या कोई अन्य रिश्तेदार जब भी मिलने जाते हैं तो इन्हें भगा दिया जाता है। साथ ही इनके पति और बेटे को दौड़ा कर गोली मारने की धमकी दी जाती है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि दारोगा हरीश पाठक प्रारंभ से ही विवादित अधिकारी रहे हैं। जामताड़ा में भी एक अल्पसंख्यक युवक की कथित रूप से पिटाई से मौत का आरोप इनपर है, बकोरिया कांड में भी विवादों से ये परे नहीं हैं। बरहेट मुठभेड़ मामले में भी इनकी भूमिका संदिग्ध है और और अब यह एक और जघन्य अपराध। बिना किसी ऊंचे राजनीतिक संरक्षण के लगातार इनके द्वारा इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया जाना संभव नहीं लगता। ऐसे में झारखंड पुलिस से जांच की बात ही बेमानी है, इसलिए मामले की सी0बी0आई0 जांच ही एकमात्र विकल्प है।

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