सिटी पोस्ट लाइव, पाकुड़: महेशपुर प्रखंड के कोलखीपाड़ा, पोखरिया, पोचोईबेड़ा, गायबथान, गोविंदपुर, पीपलजोड़ी, शहरग्राम, तसरिया आदि गाँवों के तकरीबन एक सौ युवकों ने कोल प्रबंधन की वादा खिलाफी को ले सिविल एसडीओ प्रभात कुमार को आवेदन दिया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि हम सभी कोल कंपनी द्वारा की जाने वाली कोयले की ढुलाई से प्रभावित गाँवों के बेरोजगार युवक हैं। पूर्व की कोल कंपनी पेनम ने हमें योग्यतानुसार नौकरी दी थी।लेकिन उक्त कंपनी के बंद हो जाने के बाद उसकी जगह वेस्ट बंगाल पावर डेवलपमेंट काॅरपोरेशन लिमिटेड को कोयला खदानें आवंटित की गईं। डब्ल्यू बी पी डी सी एल ने कोयला खनन व परिवहन के मद्देनजर बतौर एमडीओ बीजीआर इंफ्रा को नियुक्त किया।
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हमने बीजीआर के प्रोजेक्ट मैनेजर अनिल रेड्डी से नियुक्त करने की माँग की।इसे लेकर विगत छह महीने के अंदर उनके साथ इस संबंध में कई बैठकें हुईं। लेकिन हर बार रेड्डी हमें सिर्फ आश्वासन ही देते रहे।जबकि हमारे गाँवों से होकर दिन रात जारी कोयला ढुलाई के चलते हम ध्वनि व वायु प्रदूषण से बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।इतना ही नहीं आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के चलते जान माल की भी हानि हो रही है। ग्रामीण अनिल मुरमू, प्रधान किस्कू, महेश किस्कू, सुधीर दास, पंचानन ठाकुर आदि ने लिखा है कि अगर 10 जून तक बीजीआर इंफ्रा हमारी मांगों को लेकर कोई सार्थक कदम नहीं उठाता है तो हम सभी 15 जून से प्रखंड के गायबथान-तिलका मांझी मोड़ पर भूख हड़ताल के साथ ही अनिश्चित कालीन कोयला ढुलाई ठप्प कर करने को मजबूर होंगे।
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