सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: रामगढ़ और बोकारो जिले की पुलिस पिछले चार दिनों से जंगलों की खाक छान रही है। लेकिन कंस्ट्रक्शन कंपनी के अगवा 2 कर्मचारियों का सुराग नहीं ढूंढ पाई है। दोनों जिलों के पुलिस कि 4 दिनों की कार्रवाई में इस प्रकरण में यह बात अब उजागर होने लगी है कि बाजीराव महतो के गैंग के सदस्यों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। एक साल पहले बाजीराव का एनकाउंटर हुआ था। लेकिन उसके गैंग के 7 सदस्य और आधा दर्जन से अधिक हथियार पुलिस अभी भी बरामद नहीं कर पाई है। अगवा हुए दोनों कर्मचारियों के परिजनों ने पुलिस और कंपनी के मालिक से बात की है। उन लोगों की हालत काफी खराब हो गई है। जैसे जैसे समय बीत रहा है, वैसे वैसे अगवा हुए लोगों के परिजनों का दिल भी बैठ रहा है।
घघरी गांव निवासी नाइट गार्ड मुकेश मुर्मू और ऑपरेटर लातेहार जिले के मनिका गांव निवासी टुन्नू भुइंया के परिजनों ने रजरप्पा और महुआडांड़ थाना दोनों से तत्काल कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। कंपनी के अधिकारियों को अब तक लेवी के लिए कोई फोन नहीं आया है। कुमार एंड रॉय कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजू राय ने बताया कि वे लोग खुद अपने कर्मचारियों के लिए परेशान हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास न तो अगवा करने वालों का कोई मैसेज है और ना ही किसी व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया है। उनके परिजनों की परेशानी वह समझ रहे हैं। लेकिन पुलिस पर उन्हें पूरा भरोसा है।
30 मई को हुई थी अपहरण की घटना
रामगढ़ और बोकारो जिले की सीमा पर दामोदर नदी पर पुल बना रही कुमार एंड रॉय कंस्ट्रक्शन कंपनी के दो कर्मचारियों को लेवी के लिए 30 मई को अगवा किया गया था। उस वक्त कंपनी के लोगों ने यह संदेह जताया था कि नक्सलियों के द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है। लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि यह एक आपराधी घटना है। पुलिस मोबाइल लोकेशन और घटना में प्रयुक्त गाड़ियों को ट्रेस कर रही है। उसके आधार पर लगातार गोला, बोकारो, रजरप्पा, कुजू के जंगलों में छापेमारी चल रही है।
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