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दूसरी शादी करने से मना किया, तो पति ने फोन पर दिया तीन तलाक

तीन तलाक को लेकर नया विवाद

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दूसरी शादी करने से मना किया, तो पति ने फोन पर दिया तीन तलाक 

सिटी पोस्ट लाइव : झारखंड के रांची जिले के पिठौरिया थाना क्षेत्र में तीन तलाक को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। पिठौरिया थाना क्षेत्र की रहने वाली विवाहिता ने आरोप लगाया है कि उसने अपने पति को जब दूसरी शादी करने से मना किया, तो उसने फोन पर ही तीन तलाक दे दिया। इस संबंध में पीड़िता की ओर से स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़िता की शादी वर्ष 2015 में पिठौरिया थाना क्षेत्र के सद्दाम उर्फ सफदर सुल्तान से मुस्लिम रीति-रिवाज से हुई। उन्होंने बताया कि तीन महीने बाद से ही उसका पति उसे प्रताड़ित करने लगा। पीड़िता ने अपनी सास और ससुर पर भी कई गंभीर आरोप लगाये है और 15लाख रुपया दहेज मांगने का आरोप लगाया है, लेकिन जब मायके वाले इतनी राशि देने में असमर्थता जतायी, तो उसने मारपीट करना शुरू कर दिया। पीड़िता की ओर से अपने पति पर अप्राकृतिक यौनाचार करने का भी आरोप लगाया है और जबर्दस्ती गर्भपात करवाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि जब वह चार माह की गर्भवती हो गयी,तो उसके ससुर और सास ने उसके पति को उसका गर्भपात कराने की सलाह दी। जिसके बाद उसका पति सद्दाम उसे जबर्दस्ती एक निजी अस्पताल ले गया और अल्ट्रासाउंड कराने के बहाने गर्भपात करा दिया। इसके बाद ससुराल वालों ने उसे जबर्दस्ती मायके पहुंचा दिया। मायके पहुंचने के बाद वह लगातार अपने पति से फोन पर संपर्क करने की कोशिश करती रही, उसके माता-पिता ने भी ससुराल वालों से आग्रह किया कि वे अपने बहू को साथ ले जाए, उसके परिजनों ने पंचायत बैठाकर भी मामले को सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई फायदा नहीं मिला।  इसी बीच कुछ जानकारी मिली कि पति की दूसरी शादी की तैयारियां की जा रही हैं। जानकारी मिलने पर उसने अपने पति को फोन किया और उसे शादी करने से मना किया, लेकिन उसने फोन पर ही तीन तलाक दे दिया। इसके बाद पीड़िता ने अपने परिजनों के साथ जाकर 21 सितंबरक  ही को रांची के पिठोरिया थाना में अपने पति और ससुरालवालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।  लेकिन थाना स्तर से इस मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई।  जिसके बाद पीड़िता सोमवार को रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंची। एसएसपी किसी बैठक में व्यस्त थे, इसलिए पीड़िता को हेड क्वार्टर एएसपी  अमित रेनू के पास भेज दिया गया. जहां से उसे इस मामले में इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है और यदि इस मामले में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद लागू नये कानून का उल्लंघन होता है, तो पुलिस दोषी ससुराल वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।

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