City Post Live
NEWS 24x7

अपनी अलग पार्टी बनाने के मूड में तेजप्रताप यादव, लालू यादव ने सुलह के लिए बुलाया

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

अपनी अलग पार्टी बनाने के मूड में तेजप्रताप यादव, लालू यादव ने सुलह के लिए बुलाया

सिटी पोस्ट लाइव (EXECLUSIVE) : आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक को लेकर अपने ही परिवार और पार्टी में अलग थलग पड़ते नजर आ रहे हैं. पिता लालू यादव और माता राबडी देबी उनकी पत्नी के साथ खडी है. ऐश्वर्या राबडी देबी के साथ रह रही हैं. दूसरी तरफ पार्टी के नेता कार्यकर्ता लालू यादव-राबडी देवी और तेजस्वी यादव के नाराज हो जाने के डर से तेजप्रताप यादव से कन्नी काटने लगे हैं. जब भी तेजप्रताप यादव पार्टी दफ्तर पहुँचते हैं, RJD नेताओं के बीच भगदड़ मच जाती है. कहीं गलती से भी वो तेजप्रताप यादव के साथ नहीं दिख जायें, ये डर उन्हें सताता रहता है.

अपनी पार्टी और परिवार की तरफ से मिल रहे इस तिरस्कार और उपेक्षा से नाराज तेजप्रताप यादव ने अपनी पार्टी बना लेने का फैसला ले लिया है. सिटी पोस्ट लाइव से बातचीत में तेजप्रताप यादव ने कहा कि जिस तरह से पार्टी के नेताओं –कार्यकर्ताओं को उनसे दूर किया जा रहा है, अब वो अपनी अलग पार्टी बनाने की सोंच रहे हैं.तेजप्रताप यादव ने कहा कि वो बहुत जल्द ही पटना के गांधी मैदान में एक बड़ी रैली करेगें. दरअसल, तेजप्रताप अपने पिता लालू यादव और परिवार को ये संदेश देना चाहते हैं कि अगर उन्हें पार्टी में अहम् भूमिका या जिम्मेवारी नहीं दी गई तो वो अपनी पार्टी बना लेगें.

सूत्रों के अनुसार अपनी पार्टी बनाने के लिए तेजप्रताप यादव  RJD के कई नेताओं से भी अपनी पार्टी बनाने के लिए मदद मांगने के लिए संपर्क कर चुके हैं. पार्टी बनाने–उसे चलाने के लिए पैसे की दरकार है. तेजप्रताप यादव वैसे व्यक्ति की भी तलाश में हैं जो उनकी पार्टी को फंडिंग कर दे. जैसे ही तेजप्रताप यादव ने गांधी मैदान में रैली करने का एलान किया और पार्टी फंडिंग के लिए लोगों से संपर्क साधना शुरू किया, लालू यादव के कान खड़े हो गए. उन्होंने तुरत तेजप्रताप यादव को मिलने के लिए रांची बुला लिया. तेजप्रताप यादव सोमवार को रांची के लिए निकल चुके हैं.

दरअसल, लालू यादव चाहते हैं कि तेजप्रताप को छपरा से लोक सभा का चुनाव लड़ा कर दिल्ली भेंज दें और बिहार की पूरी जिम्मेवारी छोटे बेटे तेजस्वी यादव को सौंप दें. लेकिन तेजप्रताप यादव बिहार की राजनीति छोड़ने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने सिटी पोस्ट लाइव से खास बातचीत में कहा कि उन्हें दिल्ली की राजनीति में कोई रूचि नहीं है. वो बिहार से प्रेम करते हैं. बिहार से उन्हें लगाव है. उन्हें दिल्ली नहीं बिहार पसंद है और बिहार में ही राजनीति करेगें. तेजप्रताप यादव अपने लोगों को पार्टी और संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका नहीं दिए जाने से भी नाराज हैं. उन्होंने सिटी पोस्ट लाइव के स्टूडियो में कहा कि अपने लोगों को पार्टी- संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका दिलाने और उन्हें ज्यदा से ज्यादा संख्या में चुनाव लड़ाने के लिए जो कुछ करना पड़ेगा करेगें. तेजप्रताप यादव ने साफ़ कर दिया कि पार्टी में वहीँ होगा जो वो चाहेगें.

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

Comments are closed.