City Post Live
NEWS 24x7

रांची में राजभवन के समक्ष पारा शिक्षकों ने दिया धरना

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

रांची में राजभवन के समक्ष पारा शिक्षकों ने दिया धरना

सिटी पोस्ट लाइव, रांची : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सोमवार को राजभवन के समक्ष धरना दिया गया। इसमें पलामू प्रमंडल के पारा शिक्षक शामिल हुए। 30 अक्टूबर को दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के पारा शिक्षक राजभवन के समक्ष धरना देंगे। 31 अक्टूबर संथाल प्रमंडल के पारा शिक्षक, एक नवंबर को उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल, दो नवंबर को कोल्हान प्रमंडल के पारा शिक्षक राजभवन के समक्ष धरना देंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए पारा शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक बजरंग प्रसाद ने बताया कि संघ पारा शिक्षकों के स्थायीकरण करने, समान वेतनमान देने की मांग को लेकर बीते कई महीनों से आंदोलन कर रहा है। लेकिन राज्य सरकार इस दिशा में कोई पहल नहीं कर रही है। इसी को लेकर राजभवन के समक्ष धरना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पारा शिक्षकों को उच्च स्तरीय कमेटी के नाम पर छलने का फिर से एक बार काम किया है। इससे बाध्य होकर पारा शिक्षक आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए आंदोलन का बिगुल बजा चुके है। संघ 15 -16 सालों से नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्र एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों में शिक्षा का अलख जगाने का काम करते आया है। अपनी हक और अधिकार के लिए कई बार बड़ी आंदोलन करके छत्तीसगढ़ के तर्ज पर स्थाई करने की मांग एवं टेट पास पारा शिक्षकों को सहायक शिक्षक के पद पर सीधी नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलनरत है। लेकिन सरकार पारा शिक्षकों के प्रति गंभीर नहीं दिखी । राजभवन के समक्ष पांच दिवसीय धरना देकर राज्य सरकार को फिर से जगाने का काम किया जा रहा है। अगर इससे भी सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है, तो 15 नवंबर को राज्य के 67 हजार पारा शिक्षक मोराबादी मैदान में उपस्थित होंगे। अगर मुख्यमंत्री हमारी मांगों पर घोषणा नहीं करते हैं, तो काला झंडा दिखाते हुए विरोध किया जाएगा। 16 नवंबर से ‘घेरा डालो डेरा डालो’ कार्यक्रम रांची में किया जाएगा। इसकी जवाबदेही सरकार की होगी।

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

- Sponsored -

Comments are closed.