प्रशांत किशोर ने BJP के साथ सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले पर उठाया सवाल
सिटी पोस्ट लाइव : देश के जानेमाने चुनावी रणनीतिकार JDU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने तेजस्वी के सुर में सुर मिलाकर पार्टी के अंदर भूचाल ला दिया है.उन्होंने नीतीश कुमार के महागठबंधन का साथ छोड़े जाने के फैसले पर सवाल खड़ा कर दिया है. प्रशांत किशोर ने महागठबंधन को छोड़कर BJP के साथ सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले को भी गलत करार दे दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को जो लोग नरेन्द्र मोदी के चैलेंजर के रूप में देख रहे थे ,उनकी नजर में नीतीश कुमार का BJP के साथ जाना एक गलत फैसला था.उनका मानना है कि इससे ये सन्देश गया कि मोदी को हारने के लिए उन्होंने सुशासन के साथ समझौता किया.
देश के जाने माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब JDU के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष हैं. यानी नीतीश कुमार के बाद पार्टी के दुसरे नंबर के नेता हैं.पार्टी से जुड़ने के बाद से ही वो पार्टी से युवाओं को जोड़ने की मुहीम में दिनरात जुटे हैं. लेकिन इस बीच उन्होंने नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़ने और BJP के साथ सरकार बनाने के तरीके पर सवाल खड़ा कर दिया है.प्रशांत किशोर ने कहा कि महागठबंधन को छोड़ने और BJP के साथ जाने का नीतीश कुमार का फैसला गलत था या सही, वो नहीं जानते लेकिन जो तरी का था वह गलत था. नीतीश कुमार को फ्रेश मैंडेट लेना चाहिए था. जाहिर है प्रशांत किशोर का मानना है कि नीतीश कुमार को BJP के साथ सरकार बनाने के लिए सबसे पहले चुनाव में जाना चाहिए था.
प्रशांत किशोर के इस बयान के बाद JDU में भूचाल आ गया है.प्रशांत किशोर BJP और JDU नेताओं के निशाने पर आ गए हैं. RJD नेट तेजस्वी यादव महागठबंधन के जनादेश पर डाका डाले जाने का आरोप नीतीश कुमार पर शुरू से ही लगाते रहे हैं .अब जब नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेता पीके ने ही ये आरोप लगा दिया है ,RJD और हमलावर हो गया है.RJD के प्रवक्ता भाई बिरेन्द्र ने कहा कि नीतीश कुमार ने कोई गलत काम नहीं किया. पार्टी के विधायकों ने उन्हें फैसला लेने के लिए अधिकृत किया था. BJP के साथ जाने का फैसला केवल नीतीश कुमार का नहीं बल्कि पार्टी के तमाम विधायकों का था. नीरज कुमार ने कहा कि जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़ा तब तो महागठबंधन के किसी नेता ने चुनाव में जाने की मांग नहीं की. महागठबंधन के नेता भी चुनाव में जाने के पक्ष में नहीं थे.
BJP के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि महागठबंधन का चुनाव भी नीतीश कुमार के चहरे पर लड़ा गया था. वहीँ महागठबंधन के नेता थे. उनके नाम और चेहरे पर ही महागठबंधन को वोट मिला था. उन्होंने बिहार को जंगल राज से बचाने के लिए BJP के साथ आने का फैसला लिया था. प्रेम पटेल ने JDU के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के फ्रेश मैंडेट लेने के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसकी कोई दरकार नहीं थी.
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर पार्टी से जुड़ने के बाद से ही पार्टी से यूथ को जोड़ने की मुहीम चला रहे हैं. इस मुहीम के दौरान वो ये बयान देकर पहले से ही अपनी पार्टी के नेताओं के निशाने पर हैं कि वो PM और CM बनाते हैं और पार्टी से जुड़ने वाले नौजवानों को भी MP और MLA बनायेगें. उनकी पार्टी के नेताओं को उनका ये बड़ा दावा पच नहीं रहा है. इस बीच उन्होंने नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़ देने और BJP के साथ सरकार बनाने के फैसले पर सवाल खड़ा करके सबके निशाने पर आ गए हैं.
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