सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में नौकरी के नाम पर बेरोजगार नौजवानों को छलने और ठगने का धंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है. पटना पुलिस ने एक ऐसे ही नटवार लाल गिरोह के चार सदस्यों को धर दबोचा है जो नौकरी दिलाने के नाम पर अबतक दर्जनों बेरोजगारों से लाखों रुपये वसूल चुके थे.पकडे गए सभी ठग उसी नालंदा जिले के रहनेवाले हैं, जहाँ का मेडिकल स्कैम का सरगना डॉन रंजित है. ये ठग सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर नौजवानों को ठगते थे.
पुलिस को शिकायत मिली थी कि कुछ लोग बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड में लेखापाल और कनीय लेखापाल लिपिक के पोस्ट पर नौकरी दिलाने का झांसा बेरोजगार युवकों से पैसे की उगाही कर रहे हैं. पुलिस ने जब उन्हें पकड़ा तो खुलासा हुआ कि अबतक वो बेरोजगार युवको से नौकरी दिलाने के नाम पर 16 लाख 49 हजार 332 रुपए की ठगी कर चुके हैं. दरअसल, इस इस ठगी का खुलासा तब हुआ जब बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के विशेष कार्य पदाधिकारी राकेश रंजन को ये जानकारी मिली. उन्होंने पटना पुलिस से संपर्क किया और शुरू हो गई पड़ताल.
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के विशेष कार्य पदाधिकारी राकेश रंजन ने 31 जुलाई को ही उन्होंने पटना के कोतवाली थाना में एक एफआईआर दर्ज कराई थी. पटना के एसएसपी मनु महाराज के निर्देश पर कोतवाली थानेदार राम शंकर सिंह ने मामले की जांच और कार्रवाई शुरू की. जांच करते हुए पुलिस टीम नालंदा जिला जा पहुंची. नालंदा के अस्थावां इलाके में पुलिस ने पड़ताल शुरू की. इसी दौरान पुलिस को कुछ शातिर अपराधियों के बारे में पता चला. कॉल डिटेल्स और टावर लोकेशन के आधार पर छापेमारी कर पटना पुलिस ने अस्थावां के ही रहने वाले 4 अपराधियों को एक—एक कर पकड़ा.
गिरफ्तार किए गए अपराधियों में परमवीर रंजन, उदय शंकर, मुन्ना कुमार और सुजीत कुमार शामिल है. इनके पास से पुलिस ने 13 मोबाइल फोन बरामद किया है. बरामद किए गए मोबाइल फोन के जरिए ही ये बदमाश ठगी का खेल बेरोजागर युवकों के साथ खेल रहे थे. इन शातिरों के पास से पुलिस ने एक डायरी बरामद की है. ठगी किए गए रुपयों का डिटेल्स भी पुलिस को इसी डायरी से मिला है.अब पुलिस टीम बरामद डायरी और जब्त किए गए सभी मोबाइल फोन को एक—एक कर खंगाल रही है. उम्मीद की जा रही है कि कई और महत्वपूर्ण जानकारियां पुलिस को मिल सकती है.पकडे गए ईन चारों अपराधियों के खिलाफ पहले से भी पटना के कोतवाली थाना में 4 एफआईआर दर्ज है.
Comments are closed.