सिटी पोस्ट लाइव, रांची : राज्य में औसत से कम वर्षापात से खरीफ फसल को हुई हानि के मद्देनजर प्रशासन गंभीर हो गया है। इसे लेकर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट भवन में कृषि, खाद्य, राजस्व समेत तमाम संबंधित विभागों की बैठक में गहन मंथन हुआ। मुख्य सचिव ने कम वर्षापात को देखते हुए आपदा प्रबंधन के लिए सभी संबंधित विभागों को समन्वय कर खरीफ फसल को हुए नुकसान का प्रखंडवार आकलन करने का निर्देश दिया, ताकि केंद्र सरकार को तय तिथि 31 अक्टूबर तक स्थिति से अवगत कराया जा सके। मुख्य सचिव ने आपदा प्रबंधन को लेकर सभी जरूरी तैयारी ससमय करने का निर्देश दिया। उन्हें बताया गया कि राज्य में औसत का 72 फीसदी वर्षापात हुआ है। यह वर्षापात भी राज्य में कहीं सामान्य, तो कहीं औसत से काफी कम दर्ज हुआ है। सबसे खराब स्थिति पाकुड़ और कोडरमा जिले की है। यहां औसत से 50 फीसदी से भी कम बारिश हुई है। वहीं रांची, खूंटी, पलामू, गढ़वा, लातेहार, दुमका, जामताड़ा, देवघर में औसत से 50 फीसदी से अधिक, लेकिन 75 फीसदी से कम बारिश हुई है। साथ ही देर से बारिश होने के कारण धनरोपनी भी लक्ष्य से लगभग 16 फीसदी कम हुई थी। मुख्य सचिव ने बिमित 14.78 लाख किसानों को बीमा की राशि के आकलन के लिए ससमय क्रॉप कटिंग नियमनुसार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। बैठक में गृह विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे, कृषि सचिव पूजा सिंघल, कल्याण सचिव हिमानी पांडे, राजस्व सचिव केके सोन, खाद्य एवं आपूर्ति सचिव अमिताभ कौशल समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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