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बिरसा समाधि स्थल के आसपास मांस-मछली की बिक्री रोके सरकार

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बिरसा समाधि स्थल के आसपास मांस-मछली की बिक्री रोके सरकार

सिटी पोस्ट लाइव, रांची : भाजपा से राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा के समाधि स्थल के आसपास स्थित मांस-मछली की सभी अस्थायी दुकानों को वहां से हटाने की मांग की है। पोद्दार ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को पत्र लिखकर यह मांग की है। उन्होंने भगवान बिरसा मुण्डा की अंतिम स्मृतियों के केंद्र रांची के पुराने बिरसा मुण्डा कारागार के जीर्णोद्धार, संरक्षण एवं संग्रहालय निर्माण शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया है। पोद्दार ने कहा है कि पुराने बिरसा मुण्डा कारागार की भांति ही कोकर स्थित भगवान बिरसा का समाधि स्थल भी झारखण्ड के जन–जन की आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। लेकिन समाधि स्थल के आसपास ही मांस मछली की खुली बिक्री के कारण समाधि स्थल का विरूपण हो रहा है और इस पवित्र स्थल की गरिमा को ग्रहण लग रहा है। उचित होगा कि समाधि स्थल के आसपास स्थित मांस-मछली की सभी अस्थायी दुकानों को वहां से हटाया जाय ताकि भगवान् बिरसा मुण्डा के समाधि स्थल की पवित्रता एवं गरिमा कायम रहे। मुख्यमंत्री को दिये गये पत्र में पोद्दार ने कहा है कि पुराने बिरसा मुण्डा कारागार के जीर्णोद्धार, संरक्षण एवं संग्रहालय निर्माण के माध्यम से राज्य सरकार देश और दुनिया को भगवान बिरसा मुण्डा को समग्र रूप में जानने–समझने और उनसे प्रेरणा ग्रहण करने का अवसर प्रदान कर रही है। पोद्दार ने पहले भी मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि रांची के पुराने बिरसा मुण्डा कारागार को, जहां भगवान बिरसा ने अंतिम सांसें ली थीं, उसे स्मारक के रूप में विकसित करना ही श्रेयस्कर होगा। अत्यधिक और अनावश्यक धन खर्च कर विलासिता व ऐश्वर्य प्रदर्शित करने वाली बड़ी–बड़ी कंक्रीट की इमारतों के निर्माण से ज्यादा बेहतर इस स्थान को नमन और भ्रमण योग्य खुली जगह के रूप में विकसित करना होगा। कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल की तरह इस स्थल का विकास इस प्रकार किया जाये कि भगवान बिरसा की स्मृतियों का दर्शन कर लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ खुली हवा में फुरसत के कुछ पल बिता सकें। पोद्दार ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की है कि मुख्यमंत्री ने उनके आग्रह को स्वीकार किया, सुझावों को सम्मान दिया।

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