बोकारो में लुटेरा गिरोह के सरगना सहित आठ गिरफ्तार
सिटी पोस्ट लाइव, बोकारो : बोकारो पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस के निर्देशन में जिले के ललपनिया ओपी थाना क्षेत्र के चोरोगांव और अइयर बस्ती से शुक्रवार की रात आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही ललपनिया के लुटेरा गैंग का पर्दाफाश हो गया। ये लोग चोरगांवा में डकैती की योजना बना रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर बेरमो के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुभाष चंद्र जाट के नेतृत्व में छापेमारी के दौरान पुलिस को यह सफलता मिली। मौके से अंधेरे का फायदा उठाकर पांच अपराधी भागने में सफल रहे। पकड़े गए अपराधियों के पास से एक देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, लूट के मोबाइल फोन, लगभग 10 हजार रुपए नकद और कांड में प्रयुक्त चार मोटरसाइकिलों को बरामद किया गया। गिरफ्तार किए गए अपराधियों में ललपनिया के अइयर गांव का अमित कुमार साव, चोरगांवा निवासी कुलदीप प्रजापति उर्फ भूता, बरही (हजारीबाग) निवासी मोहम्मद सोनू, अइयर निवासी अशोक साहू, निरंजन करमाली, रघुनाथ सोरेन उर्फ रघु, छोटू उर्फ सद्दाम तथा चरही का जसीम अंसारी उर्फ बाबू शामिल है। शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उक्त गिरोह का सरगना कुलदीप प्रजापति और अमित कुमार साहू हैं। पहले में भी यह गिरोह बोकारो, रामगढ़ जिले में डकैती, लूट, चोरी सहित कई कांडों को अंजाम दे चुका है। महुआटांड़ में चार कांडों को हाल के दिनों में उन्होंने अंजाम दिया है। एसपी ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंटों की मोटरसाइकिल/स्कूटी से रेकी किया करते थे तथा सुनसान इलाके में मौका देखकर हथियार के बल पर उन एजेंटों का कलेक्शन किया हुआ पैसा लूट लेते थे। विगत कुछ माह से बेरमो अनुमंडल क्षेत्र में लूट तथा डकैती के कांडों में वृद्धि हुई थी। इसकी रोकथाम और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए बोकारो पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही थी। इसी क्रम में पुलिस को यह कामयाबी मिली। छापेमारी दल में बेरमो के सहायक पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुभाष चंद्र जाट सहित गोमिया अंचल के पुलिस निरीक्षक राधेश्याम दास, महुआटांड़ थाना प्रभारी वसीम अहमद, महुआटांड़ थाना के पुलिस अवर निरीक्षक शंकर प्रसाद सिंह, सहायक अवर निरीक्षक आदित्य प्रसाद, ललपनिया के सहायक अवर निरीक्षक राधेश्याम पांडेय, अनुज कुमार सिंह तथा सशस्त्र बल के हवलदार और जवान शामिल थे।
जेल से निकलने के बाद बनाया गैंग
एसपी ने पकड़े गए अपराधियों की स्वीकारोक्ति के आधार पर बताया कि ये अपराधी हाल ही में जेल से छूटकर बाहर आये थे। जेल से आने के बाद इनलोगों ने अच्छी राह पकड़ने की बजाये अब और संगठित होकर लुटेरा गैंग बना लिया। गिरोह के सभी सदस्यों का अलग-अलग आपराधिक इतिहास रहा है। खुफिया-तंत्र और पुलिस ने इस गिरोह का उद्भेदन कर लिया। यह बड़ी सफलता है।
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