दुर्गा पूजा के लिए पूरे राज्य में बाजार सजे, 15% तक बिक्री बढ़ने की उम्मीद
सिटी पोस्ट लाइव : दुर्गा पूजा के लिए पूरे राज्य में बाजार सजे हुए हैं। गहनों, गाड़ियों से लेकर हर चीज की बिक्री में तेजी है, मगर रांची के अलावा राज्य के प्रमुख जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, डालटनगंज, चाईबासा, और दुमका के बाजारों पर नजर दौड़ाने पर पता चला है कि दुर्गा पूजा के दौरान सबसे अधिक बिक्री कपड़ों की होती है और खरीददारी भी सबसे अधिक बंगाली ही करते हैं। पारंपरिक रूप से दुर्गा पूजा में सबसे ज्यादा खरीददारी बंगाली समुदाय करता है। कपड़ों के बाद ज्वैलरी और गाड़ियों का बाजार सबसे तेज है। जमशेदपुर, धनबाद जैसे शहरों में यूं तो कपड़ों की सप्लाई सीधे बड़े शहरों से भी होती है, मगर फिर भी यहां के बाजारों में होने वाली सप्लाई में रांची का भी बड़ा हिस्सा होता है। मांग को ध्यान में रखते हुए राजधानी के प्रमुख थोक कपड़ा विक्रेताओं ने देश के महानगरों के लेटेस्ट फैशन के अनुसार कपड़े और सिले सिलाए परिधानों का स्टाक मंगवा लिया था। इस साल बिक्री पिछले साल के मुकाबले 15% तक बढ़ने की उम्मीद है।
5 दिनों में अस्थायी दुकानों से ही 80 करोड़ से ज्यादा की बिक्री :
पूरे राज्य में पूजा पंडालों में लगने वाले अस्थायी मेलों में एक छोटा दुकानदार भी रोज 5 हजार से लेकर 50 हजार रुपए घर ले जाता है। निगम से मिली जानकारी के अनुसार दुर्गा पूजा पर रांची में करीब 9 हजार अस्थाई दुकानें लगती हैं। इनसे करीब 15 -16 करोड़ बिक्री होती है। अगर सिर्फ शहरों की बात करें तो पांच दिनों में 75 से 80 करोड़ की बिक्री होती है।
कपड़े : बाबूलाल प्रेम कुमार के संचालक पंकज पोद्दार के अनुसार रांची में 160 करोड़ से अधिक कपड़ों की बिक्री हुई है। राज्य में बिक्री 800 करोड़ से अधिक होगी।
ज्वैलरी : मां गायत्री ज्वैलर्स के सुशील गुप्ता के अनुसार इस वर्ष राज्य में 42 करोड़ रुपए की बिक्री हो सकती है।
इलेक्ट्रॉनिक्स : भारत इलेक्ट्रानिक्स के मो ग्यासूद्दीन के अनुसार राज्य में 70 करोड़ से ज्यादा बिक्री हो सकती है।
वाहन : रांची में वाहनों की बिक्री इस बार 20% बढ़ने की संभावना है। राज्य में 40-42 करोड़ बिक्री की उम्मीद है।
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