विश्व मत्स्य दिवस पर वैज्ञानिकों ने की कार्यशाला

City Post Live - Desk

#citypostlive जाले : विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर बुधवार को जिलास्तरीय कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में किसानों मछली पालन कर आय दुगुनी करने पर एक दिवसीय ब्याख्यान दी गई। कार्यक्रम का उद्घाटन श्यामा कुमार सिंह सुमन ने द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपस्थित किसानों को संबोदित करते हुए अपने अध्यक्षीय भाषण में श्री सुमन ने उपस्थित किसानों को मत्स्य पालन के लाभ से होने वाली लाभ के बारे में कहा कि आंध्र प्रदेश एक छोटा राज्य है। फिर भी मत्स्य पालन में देश में नम्बर एक है। वहां के किसान मतस्य पालन से समृद्ध हुए है। आर्थिक उन्नति के लिए मत्स्य पालन का व्यवसाय आप करें कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक हर स्तर से सहायता करेगा। कृषि विज्ञान केंद्र के मत्स्य वैज्ञानिक मुकेश कुमार सिंह ने विश्व मत्स्यिकी दिवस के आयोजन के उद्देश्य के बारे जानकारी देते हुए कहा कि प्राकृतिक जल स्रोत का संरक्षण, जल स्रोतों में हो रहे प्रदूषण तथा जीवों पर पड़ने वाला प्रभाव, मत्स्यिकी का आय के परिपेक्ष्य में जीवकोपार्जन के महत्व के आलोक में विस्तार से जानकारी दिया। इस दौरान उन्होंने किसानों की आय दुगुनी करने में मत्स्यकी क्षेत्र का महत्व पर भी विस्तार से चर्चा किए। पौधा संरक्षण वैज्ञानिक डॉ. राम प्रवेश प्रसाद द्वारा कृषि के क्षेत्रों में हो रहे रसायनों के अधिक प्रयोग से होने वाले नुकसान व इसकी जल परिस्थिति पर दुष्परिणामों पर विस्तार से चर्चा की। लैब टेक्नीशियन अरुण कुमार द्वारा मछली पालन में मिट्टी व जल की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाले कारकों के बारे में जानकारीया दिया गया। शिविर में क्षेत्र के सैकड़ो की संख्या में किसानों अपनी सहभागिता निभाई। महिला किसानों की उपस्थिति सराहनीय रही।

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