#citypostlive दरभंगा : जिन अंगीभूत महाविद्यालयों ने अभी तक नैक प्रत्यायन नहीं कराया है, उसे अनुदान से वंचित होना पड़ेगा। साथ ही नैक प्रत्यायन से वंचित सम्बद्ध महाविद्यालयों की सम्बद्धता रद्द होगी। उक्त बातें आज पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कही। राजभवन में दिनांक 14 दिसम्बर 2018 को आयोजित कुलपतियों की बैठक के माइन्यूट्स के अनुपालन हेतु बुलाई गई पदाधिकारियों की बैठक में उनकी जिम्मेबारियों की ओर इशारा करते हुए कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये। महाविद्यालयों में कैस बुक अद्यतन, तथा बैंक रिकन्सिलेसन नहीं होने पर चिन्ता जतायी गयी तथा निर्णय लिया गया कि अंगीभूत महाविद्यालयों में महाविद्यालय निरीक्षक तथा सम्बद्ध महाविद्यालयों में इस कार्य की मोनिटरिंग विश्वविद्यालय प्रतिनिधि करेंगे। विश्वविद्यालय प्रतिनिधि प्रत्येक माह सम्बद्ध महाविद्यालयों का औचक निरीक्षक कर अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगें। जनवरी के प्रथम सप्ताह में ऐसे अंगीभूत, सम्बद्ध एवं बीएड महाविद्यालयों जिनका नैक नहीं हुआ है, उनके प्रधानाचार्यों की अलग-अलग बैठकें होगी तथा 31 मार्च 2019 तक जो महाविद्यालय नैक हेतु एसएसआर जमा नही करेंगें, उनके विरुद्ध अनुशासनिक कारवाई की जायगी। 1 जनवरी 2019 से नैक के नये नियमावली लागू हो जायगी। इस बाबत यह भी निर्णय लिया गया कि नये सिस्टम पर एक वर्कशोप का आयोजन किया जायगा। सभी महाविद्यालयों का वेबसाईट अपडेट नहीं रहने पर चिंता जतायी गयी। साथ ही विश्वविद्यालय के वेबसाईट पर महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों तथा पदाधिकारियों के नाम अपडेट करने का निर्देश विकास पदाधिकारी को दिया गया। बैठक में प्रतिकुलपति प्रो. जयगोपाल, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो. भोला चौरसिया, प्रोक्टर डॉ. अजीत कुमार चौधरी, सीसीडीसी प्रो. मुनेश्वर यादव, विकास पदाधिकारी डॉ. के.के. साहु, महाविद्यालय निरीक्षक डॉ. रजी अहमद विशेष आमंत्रित प्रो. चन्द्रभानु प्रसाद सिंह, आईक्यूएसी समन्वयक सह नव नियुक्त छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो. रतन कुमार चौधरी सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
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