दरभंगा में संस्कृति का समृद्ध इतिहास : प्रधान सचिव
पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय युवा महोत्सव शुरू
#citypostlive दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में चार दिवसीय पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय युवा महोत्सव के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए राजभवन के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह ने कहा कि प्रतियोगिता केवल पुरस्कार जीतने के लिए नहीं होती है। हम एक-दूसरे को नजदीक से जानते भी है, नये संबंध भी बनते हैं। उन्होंने कहा कि दरभंगा में संस्कृति की विभिन्न विधाओं का एक समृद्ध इतिहास है। ऐसे समृद्ध सांस्कृतिक स्थल पर युवा महोत्सव का आयोजन होना ही चाहिए। इस महोत्सव में पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृतियों की झलक देखने को मिलेगी, जो राष्ट्रीय फलक पर उपेक्षित हैं, परंतु वह अत्यंत समृद्ध है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के मंच से उस संस्कृति का अपेक्षित प्रसार होगा। उन्होंने प्रतिभागियों को आगाह किया कि वे परिणाम के लिए आतुर न हों। अभी तो केवल शुरूआत भर हुई है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि वर्गों की यांत्रिक व्यवस्था विश्वविद्यालय नहीं है, बल्कि वह छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व की संपूर्ण विकास के लिए होता है। इस संदर्भ में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अहमियत होती है। इस मौके पर प्रतिकुलपति प्रो. जयगोपाल, मदुरई कामराज विश्वविद्यालय के राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक डा. एस. परमेश्वरन, प्रो. रतन कुमार चौधरी आदि ने विचार रखे। प्रतिवेदन सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. अजयनाथ झा, संचालन डॉ. पुतुल सिंह और धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय ने किया। इस मौके पर कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सर्वनारायण झा, प्रतिकुलपति प्रो. चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह, प्रो. विनोद कुमार चौधरी, डा॰बैद्यनाथ चौधरी, प्रो. चन्द्र भानु प्रसाद सिंह, डॉ. अजीत कुमार चौधरी, डॉ. विनय कुमार चौधरी समेत कई संकायध्यक्षों, विभागाध्यक्षों, पदाधिकारियों, प्रधानाचार्यों की रही।
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