#citypostlive दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के अंगीभूत 41 महाविद्यालय और 4 संकायों में हो रहे छात्रसंघ चुनाव को लेकर गहमा-गहमी चरम पर है। खासकर छात्रसंघ चुनाव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सत्तारूढ़ दल के राज नेताओं द्वारा चुनाव में दिलचश्पी लेने के कारण छात्रसंघ चुनाव भी काफी रोचक हो गया है और अहम की लड़ाई भी शुरू हो गई है। पिछले बार हुए छात्रसंघ चुनाव से इस बार का चुनाव अलग है। यहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् और छात्र जदयू, एमएसयु अलग-अलग चुनाव लड़ रही है। वहीं राजद, एआइएसएफ और एसएफआई, वाम डेमोके्रटिक फं्रट बनाकर चुनाव लड़ रही है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के पीछे राष्टÑीय स्वयंसेवक संघ खड़ा है। सूत्रों पर भरोसा करें, तो संघ ने अपनी बैठक कर अभाविप को सभी तरह के समर्थन दे रही है। वहीं भाजपा संगठन और भाजपा के जनप्रतिनिधि परदे के पीछे से समर्थन दे रही है। जदयू की बात करें, तो इस बार के चुनाव में जदयू की सक्रियता बढ़ी है। जे.के कॉलेज, बिरौल और बहेड़ कॉलेज में जदयू के एक पूर्व विधायक, एक मंत्री और एक विधायक का खुला समर्थन छात्र संगठन को मिल रहा है। सूत्रों पर भरोसा करें, तो प्रशांत किशोर की टीम भी छात्रसंघ चुनाव में पटना की तरह ही एलएनएमयु में छात्र जयदू की जीत को लेकर महाविद्यालयों में घूम रही है और रणनीति बनाने में जुटी हुई है। दूसरी ओर छात्र संगठन एमएसयु भी चुनाव में दमखम से जुटी हुई है। पिछले दिनों एलएनएमयु परिसर में महासम्मेलन आयोजित कर अपना दमखम दिखा चुकी है। जहां तक वाम डेमोके्रटिक फं्रट के बैनर तले एआइएसएफ, आइसा और एसएफआई अपने संघर्ष के बदौलत चुनाव में दमखम दिखा रही है। वाम संगठन से जुड़े राजनेताओं को भी छात्र संगठन को खुला समर्थन मिल रहा है। बहरहाल अभाविप, जदयू और वाम छात्र संगठनों का अपने-अपने क्षेत्र में काफी प्रभाव है। जिसके चलते यह चुनाव काफी रोचक हो चला है।
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