#citypostlive दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय सीनेट की बैठक में खेल विभाग के कार्यशैली पर जबरदस्त ढ़ंग से सदस्यों ने विरोध दर्ज कराया। मनीष कुमार जब खेल में व्याप्त अराजकता पर अपने विचार रखे। भाषण के दौरान कुलसचिव लगातार बेल बजाते रहे, लेकिन वक्ता अपना भाषण जारी रखा। मनीष कुमार ने अपने आरोप में कहा कि खेल पर कम टेंट पर यहां ज्यादे खर्ज हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स बोर्ड जिसके अध्यक्ष कुलपति होते हैं, उनके निर्णय को वित्त परामर्शी नहीं मानते हैं। खिलाड़ियों के लिए एक सप्ताह का कोचिंग निर्धारित होता है, तो वित परामर्शी काटकर तीन दिन कर देते हैं। जिससे कोचिंग पर ही सवाल खड़ा हो जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय के खिलाड़ी जब राज्य के अंदर जाते हैं, तो उन्हें 250 और राज्य से बाहर जाने पर 300 रूपये दिया जाता है भोजन के नाम पर, लेकिन विश्वविद्यालय जब अपने भोजन की व्यवस्था करती है खेल में, तो उस पर 460 रूपये खर्च करती है। मनीष कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि निर्वाचित छात्रसंघ को कार्य नहीं करने दिया जाता है। उदाहरण स्वरूप उन्होंने कहा कि छात्रसंघ के लिए पिछले बार 9 लाख का प्रावधान किया गया था, लेकिन खर्च हुए 35 हजार। बैठक में यह भी सवाल उठा कि छात्रसंघ का चुनाव 8 माह में करा लिय जाता है, लेकिन सीनेट के सदस्यों का चुनाव समय पर नहीं होता है। इतना ही नहीं एक चुनने के बाद दो टर्म का समय दे दिया जाता है। कुछ खास चेहते सदस्यों को ही कमिटियों में जगह दी जाती है। बहरहाल कुछ सदस्यों ने भयमुक्त होकर जिस तरह समस्याओं को रखा है, वह आने वाले समय में उदाहरण पेश कर सकती है। सदस्यों ने राज मैदान को व्यावसायिक करण से मुक्त करने की मांग भी की। मनीष कुमार ने मंच से ही घोषणा की कि वे गिफ्ट और भोजन नहीं लेंगे और वे गिफ्ट का बहिष्कार कर रहे हैं।
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