#citypostlive दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के संगीत एवं नाट्य विभाग में सोदाहरण-व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। जिसमें विशेषज्ञों ने उदाहरण के साथ व्याख्यान प्रस्तुत किये। लोकधर्मी संगीतशास्त्र विषय पर पटना विश्वविद्यालय के मगध महिला महाविद्यालय के डॉ. अरविंद कुमार ने ऐतिहासिक परिपे्रक्ष्य में अत्यंत महत्वपूर्ण बतों को बताया और लोगधर्मिता के संदर्भ में संगीतशास्त्र के महत्व को स्थापित किया। उन्होंने कहा कि हमारा भारतीय संगीत जन के अनुरूप है। क्योंकि कहा भी गया है कि रंजक: जन चित्तानां। वहीं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणशी के डॉ. कुमार अम्बरीष चंचल ने संगीत में पद एवं स्वर रचना विषय की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने गायन-वादन में पद एवं स्वर रचना को विस्तारपूर्वक बताते हुए विभिन्न विधाओं के लिए स्वरोच्चारण एवं लगाव को गाकर बताया। उन्होंने इस क्रम में राग कलावती, राग विहार, अहीर भैरव आदि की प्रस्तृति की। इनके साथ तबला पर शिवनारायण महतो और हारमोनियम पर सुजित कुमार दूबे ने संगत की। कार्यक्रम के प्रारंभ में विभागाध्यक्ष डॉ. लावण्य कीर्ति सिंह काव्या ने अतिथियों का स्वागत किया। वहीं मंच संचालन अध्येता दत्त प्रकाश और धन्यवाद ज्ञापन अध्येता मणिकांत ने किया।
Read Also
Comments are closed.