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पटना में स्मार्ट मीटर ने उड़ा दी है लोगों की नींद, कहीं कोई सुनवाई नहीं.

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सिटी पोस्ट लाइव :बिजली के स्मार्ट मीटर ने पटना के लोगों की नींद उड़ा दी है. पटना में बिजली के स्मार्ट मीटर की स्पीड इतनी तेज है कि एक महीना का बिल एक दिन में ही जेनेरेट कर दे रही है.बिजली विभाग तो मालामाल हो रहा है लेकिन उपभोक्ता तबाह होता जा रहा है. स्मार्ट मीटर का गड़बड़झाला हर दिन सामने आ रहा है.लोगों का आरोप है कि जितना बिजली बिल एक महीने में भी नहीं आता था अब तीन दिन में आ रहा है.लोग शिकायत कर करके थक चुके हैं.स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के एक डॉक्टर ने CM नीतीश कुमार से स्मार्ट मीटर में बड़े खेल का आरोप लगाते हुए जांच की मांग कर दी है.

डॉक्टर रत्नेश चौधरी का कहना है कि 15 अक्टूबर काे उनके बिजली के स्मार्ट मीटर खाते में 5142 रुपया बैलेंस था. 18 अक्टूबर को बैलेंस घटकर 1841 रुपया हो गया3 दिनों में करीब 3300 रुपए कैसे कटे ? इसकी जानकारी देने वाला कोई नहीं है. डॉक्टर का कहना है कि इतना ही नहीं एप में मंथली कंजम्पशन भी ग़लत दिखाया जा रहा है. डॉ रत्नेश का कहना है कि जो पुराना स्मार्ट मीटर लगा था, उसे भी यही कहकर करीब 5 साल पहले लगाया गया था कि ये सही रीडिंग देगा। तब महीने में 200 से 300 यूनिट ही बिल उठता था. लेकिन अब 461 यूनिट कैसे आ रहा है. यह बड़ा सवाल है. डॉक्टर का कहना है कि जब एक में मंथली एवरेज 317.30 यूनिट है तो 3 दिनों बाद 322.32 यूनिट कैसे हो सकता है.

लोगों का कहना है कि बिजली की ऐसी व्यवस्था है जिसमें पैसा कटने के बाद कोई बताने वाला भी नहीं है कि ऐसा क्यों हो रहा है.लोगों का कहना है एक 3 दिन में 3300 रुपए खाता से गायब हो गया है.ऐसी शिकायतें लगातार विभाग के सामने आ रही है लेकिन कोई कारवाई नहीं हो रही है.बिजली का समरत मीटर पटना के लिए खौफ का सबब बन गया है.लोगों का मन्ना है कि बिजली विभाग का स्मार्ट मीटर पैसे की चोरी कर रहा है. विभाग इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.बैलेंस डालने के बाद रिचार्ज का मैसेज तुरंत आता है, बिजली आधे घंटे के बाद और जो सूचना पहले मिलनी चाहिए वो रिचार्ज के आधे घंटे बाद मिल रही है. शिकायत का भी कोई रास्ता नहीं है। कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कंप्लेन करने का भी कोई माध्यम नहीं दिया गया है. कोई जवाब देने वाला नहीं। पहले 1500 महीना का बिल आता था लेकिन अब तो 3000 रुपया भरना पड़ रहा है.

बिहार सरकार ने कैबिनेट से पास कर प्रत्येक विधुत उपभोक्ताओं के घरों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का फरमान जारी किया है. पटना के लोग ही इस मीटर से तबाह हैं ऐसे में गांव के लोग इस मीटर को कैसे बर्दाश्त कर पायेगें, सबसे बड़ा सवाल है.स्मार्ट प्रीपेड मीटर में गड़बड़ी को लेकर जवान किसान मजदूर पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष राम भजन सिंह यादव का कहना है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से आम लोगों का बिल बढ़ गया है. इसमें कहीं न कहीं गड़बड़ी है. उनका कहना है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाते ही बिल कैसे डबल हो गया है?

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