इंसेफेलाइटिस से नहीं हाईपोगलेसिमिया से हुई मुजफ्हुफरपुर में बच्चों की मौत
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में इंसेफेलाइटिस से अब तक 20 बच्चों की मौत की खबर का बिहार सरकार ने खंडन किया है.लोक संवाद कार्यक्रम के दौरान जब पत्रकारों ने ये मुद्दा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने उठाया तो उन्होंने वहां मौजूद स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार से जबाब देने को कहा. संजय कुमार ने बताया कि जांच के दौरान ये पता चला है कि सभी बच्चों की मौत शरीर में चीनी की मात्र कम होने की वजह से हुई है. किसी बच्चे की मौत इंसेफेलाइटिस से नहीं हुई है. सूबे के सीएम ने जहां इस मामले पर विभाग के प्रधान सचिव को ध्यान देने की नसीहत दी तो वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने इन मौतों का कारण कुछ और बता दिया है.
स्वास्थ मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि अभी तक 11 बच्चों के मौत की पुष्टि हुई है लेकिन इसमें एईएस यानि इनसेफेलाइटिस से अभी तक किसी बच्चे की मौत नहीं हुई है. पांडेय ने कहा कि हाईपोगलेसिमिया से 10 बच्चों की मौत हुई है जबकि एक बच्चे की मौत जापानी इनसेफेलाइटिस से हुई है. उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत को लेकर विभाग गम्भीर है . प्रधान सचिव लगातार इसकी समीक्षा कर रहे हैं और कल यानि मंगलवार को डायरेक्टर इन चीफ़ के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम मुज़फ़्फ़रपुर जाएगी.
गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार ने भी बच्चों की मौत पर चिंता जताई थी. सीएम ने मुख्य सचिव को AES पर खुद नजर रखने का निर्देश दिया. सीएम ने कहा कि इस बीमारी को लेकर जागरुकता फैलाने की जरुरत है. सीएम ने यह साफ किया कि ये बीमारी जापानी इंसेफेलाइटिस नहीं है बल्कि AES (एक्यूट इन्सेफेलाइटिस) है. इससे 12 जिले और 222 प्रखंड प्रभावित हैं.
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