सिटी पोस्ट लाइव :पटना शहर एकबार फिर से गंदगी के ढेर पर नजर आएगा क्योंकि पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के चतुर्थवर्गीय कर्मचारी एक बार फिर से हड़ताल पर जा रहे है. कुछ महीने पहले भी कर्मचरियों द्वारा किये गए हड़ताल (Strike) के कारण नगर निगम को भारी फजीहत का सामना करना पड़ा था. कर्मचरियो ने अपने 21 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने का फैसला लेकर सरकार समेत पटना जिला प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बरसात से ठीक पहले पटना नगर निगम इन दिनों शहर को जलजमाव से बचाने के लिए रात-दिन एक किये हुए है ऐसे में हड़ताल होने से काम में बाधा आने की आशंका है.
पटना नगर निगम के चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नन्दकिशोर दास ने बताया कि कर्मचारियों को नौकरी से हटाने के लिए सितम्बर तक मोहलत देने और 21 सूत्री मांगों को लेकर गर्दनीबाग धरनास्थल पर कल से धरना प्रदर्शन करेंगे, साथ ही सभी सफाई कार्य ठप्प रखेंगे. अध्यक्ष ने बताया कि नगर निगम के अंतर्गत काम करने वाले 4300 कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे.
एक तरफ जहां चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ ने हड़ताल का फैसला लिया है तो वहीं नगर निगम संघर्ष समन्वय समिति ने हड़ताल से बाहर रहने का फैसला लिया है. संघर्ष समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि कर्मचरियों का मामला अभी पटना हाईकोर्ट में है. पटना हाईकोर्ट ने फिलहाल सरकार के हटाने के फैसले पर स्टे लगया है इसलिए जब तक सरकार अपना स्टैंड साफ नहीं करती तब तक हड़ताल करने का कोई मतलब नहीं है.
पटना नगर निगम के कर्मचारियों की हड़ताल का सीधा असर शहर की सफाई व्यवस्था पर पड़ेगा. इससे पहले भी पटना में हुई हड़ताल के कारण शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई थी और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था.
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