437 हड़ताली शिक्षकों पर गिरी गाज, सीतामढ़ी DM ने FIR दर्ज करने का दिया आदेश.
सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में एक तरफ जहां सरकार नियोजित शिक्षकों के वेतन में बढ़ोतरी का ऐलान करते हुए उनसे हड़ताल हड़ताल (Bihar Teachers Strike) ख़त्म करने की अपील की हैवहीं दूसरी तरफ उनके ऊपर कार्रवाई की प्रकिया भी लगातार जारी है. ताजा मामला सीतामढ़ी (Sitamarhi) जिले का है जहां मूल्यांकन कार्य में बाधा डालने के आरोप में 437 शिक्षकों पर गाज गिरी है. इस प्रक्रिया में कोताही बरतने वाले कई शिक्षकों को हटाया भी गया है.
सीतामढ़ी की डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बताया कि हर हाल में इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 9 मार्च तक पूरा किया जाना है. जिले में मूल्यांकन कार्य चार केंद्रों पर चल रहा है. ऐसे 437 हड़ताली शिक्षक जो योगदान नहीं किये हैं उनके विरूद्ध अनुशासनिक कारवाई की जा रहीं है. इनमें कई को निलंबित भी किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि मूल्यांकन कार्य में प्रतिनियुक्ति के बावजूद जिन शिक्षकों ने अपना योगदान नहीं दिया है ऐसे 437 शिक्षकों के विरूद्ध थाने में प्राथिमिक दर्ज कराकर उन्हें निलंबित करने हेतु संबंधित नियोजन इकाइयों को अनुशंसा भेज दिया गया है.
जिलाधिकारी ने बताया कि सभी 4 मूल्यांकन केन्द्रों पर विधि-वव्यवस्था बनाये रखने हेतु धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दिया गया है. जिस किसी भी शिक्षक या अन्य व्यक्ति द्वारा मूल्यांकन कार्य को बाधित करने की कोशिश की जायेगी उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि सभी मूल्यांकन केन्द्रों पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है इसके लिए पर्याप्त संख्या में सशस्त्र बलों के साथ दंडाधिकारी की तैनाती की गई है.
उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा हड़ताली शिक्षकों के वेतन मान में सुधार के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है इसलिए हड़ताल में शामिल शिक्षकों को अपने-अपने कतर्व्य स्थल पर तुरंत योगदान कर शिक्षण एवं मूल्याकंन कार्य में सहयोग प्रदान करना चाहिए. गौरतलब है कि बिहार में नियोजित शिक्षक समान काम के लिए समान वेतन की मांग को लेकर लगातार आंदोलनरत हैं.
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