सिटी पोस्ट लाइव : बीपीएससी के 56 से 59 के सम्मिलित संयुक्त परीक्षा के रिजल्ट में बिहार के कई ऐसे बच्चों और बच्चियों ने सफलता पाई है जो अपने समाज के लिए मिसाल बन गए हैं. नवादा रामनगर मुहल्ले के रिटायर्ड बैंककर्मी रामविलास प्रसाद के पुत्र भानु प्रकाश ने बीपीएससी की परीक्षा में फर्स्ट एटेम्पट में ही सफलता प्राप्त कर सबको हैरान कर दिया है. उन्हें 394 रैंक हासिल हुआ है. अब ये असिस्टेंट प्लानिंग अफसर कम असिस्टेंट डॉयरेक्टर के पद पर बहाल होगें.
नवादा में ही प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद भानु प्रकाश प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए. इस पढ़ाई के बीच उनकी माता का देहांत होने के बाद बड़े भाई होने के नाते उन्हें अपने पुरे परिवार की जिम्मेवारी भी संभालनी पडी. घर की आर्थिक स्थिति खराब रहने के कारण उन्होंने ने दिल्ली जाकर निजी कंपनी में नौकरी ज्वाइन कर लिया और पढ़ाई जारी रखा. कंपनी के कॉल सेंटर में रात भर काम करने के बाद वो दिन में अपनी पढ़ाई पूरी करते थे. वर्ष 2009 में भानु कई बैंको के पीओ पद पर चयनित हुए. सेंट्रल बैंक में 4 सालों तक नौकरी की, मगर जॉब से संतुष्ट नही रहने के कारण उन्होंने बैंक की नौकरी त्याग कर कमिशन की तैयारी में जुट गए.
अपनी सफलता का श्रेय उन्होंने अपने पिता एवं दोस्तो को दी जो बुरे वक्त में भी उनके हौसले को कम नही होने दिया.उन्होंने बताया कि अगर इंसान में कुछ कर गुजरने का सोच है तो कड़ी मेहनत के साथ उसे प्राप्त किया जा सकता है.उनका मानना है कि अगर इंसान हमेशा प्रयासरत रहे तो सफलता एक दिन मिलनी तय है. भानु इस सफलता से बहुत संतुष्ट नहीं हैं क्योंकि उनका सपना यूपीएससी की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान हासिल करना है.
इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करनेवाली समस्तीपुर की बेटी निधि राज एसडीएम पद के लिए चुनी गई है. निधि राज समस्तीपुर के के विवेक-विहार मुहल्ला निवासी अधिवक्ता राजेन्द्र प्रसाद महतो की बेटी है. उनकी माता संगीता देबी मध्य विद्यालय मन्नीपुर(वारिसनगर) में प्रधानाध्यापिका हैं. निधि के घर आकर उसके इस सफलता के लिए बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
2010 में भी निधि ने बीपीएसी की परीक्षा में सफलता पा ली थी. वह जिला शिक्षा कार्यक्रम पदाधिकारी के पद पर सीवान में कार्यरत थी. बावजूद इसके इन्होंने कड़ी मेंहनत की बदौलत फिर से बीपीएससी की परीक्षा में 16 वां स्थान प्राप्त किया है. अब निधि बिहार में एसडीएम बनेंगी.निधि राज अपने बैच में ये हमेशा टॉप किया करती थी. इनका रूझान शुरु से प्रशासनिक सेवा में था जिसे इन्होंने पूरा किया.निधि राज अपनी सफलता का राज सेल्फ स्टडी और घर का माहौल बताती हैं. इनके सभी भाई बहन पढ़े लिखे हैं और बैंकों में बड़े पदों पर काम कर रहे हैं.
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