राहुल को 6 जून को पटना आने के लिए किसने किया मजबूर?
मानहानी के केस की सुनवाई में भाग लेने आ रहे हैं राहुल .
राहुल को 6 जून को पटना आने के लिए किसने किया मजबूर?
सिटी पोस्ट लाइव : कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही. लोक सभा चुनाव में करारी हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद उनके विरोधी उनको देश भर का चक्कर लगाने को मजबूर कर रहे हैं. लेकिन राहुल गांधी का कहना है कि चक्कर लगाने में भी उन्हें खूब मजा आ रहा है. पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या मामले के लिए ‘बीजेपी-आरएसएस की विचारधारा’ को ज़िम्मेदार ठहराये जाने को लेकर मानहानी का केस झेल रहे राहुल गांधी ने कोर्ट में सुनवाई के बाद पत्रकारों से बात
करते हुए कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है. मैं ग़रीबों के साथ खड़ा हूं. किसानों-मज़दूरों के साथ खड़ा हूं. आक्रमण हो रहा है और मज़ा आ रहा है.”
एक एक दुसरे मानहानी के केस में राहुल गांधी कोर्ट में हाजिर होने के लिए पटना आ रहे हैं. मानहानि केस की सुनवाई के लिए 6 जुलाई को राहुल पटना आयेगें. खबर है कि राहुल गांधी 6 जुलाई को पटना जाएंगे. राहुल गांधी बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी द्वारा दायर मानहानि मामले की सुनवाई के लिए आ रहे हैं. राहुल गांधी यहां से मुज़फ़्फ़रपुर भी जा सकते हैं जहाँ चमकी बुखार से पीड़ित सबसे ज्यादा बच्चों की जान गई है.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने एक रैली में कहा था कि ‘आखिर सभी चोरों का नाम मोदी क्यों होता है. इस दौरान राहुल ने भगोड़े उद्योगपतियों ने नीरव और ललित मोदी का उदाहरण देते हुए इसका जिक्र किया था. राहुल ने कहा था, ‘सारे चोरों के उपनाम मोदी क्यों हैं.’ राहुल के इस बयान से बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भड़क गए थे उन्हें राहुल के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करा दिया था. मोदी का कहना है कि ‘राहुल गांधी के इस तरह के भाषण में मोदी टाइटल वाले व्यक्ति हैं, उनको चोर बताया गया है. इससे समाज में उनकी छवि धूमिल हुई है. मोदी ने यह भी कहा कि यह आपराधिक कृत्य है, जिसकी सजा कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को जरूर मिलनी चाहिए.
राहुल गांधी ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या मामले के लिए ‘बीजेपी-आरएसएस की विचारधारा’ को ज़िम्मेदार ठहराया था जिसके बाद एक आरएसएस कार्यकर्ता ने उनके ख़िलाफ़ मानहानि का मामला दायर किया था.सुनवाई के दौरान राहुल गांधी के वकील की ओर से कहा गया कि वह इसके लिए दोषी नहीं हैं. यह विचारधारा की लड़ाई है. मैं ग़रीबों के साथ खड़ा हूं. किसानों-मज़दूरों के साथ खड़ा हूं. आक्रमण हो रहा है और मज़ा आ रहा है.
लेकिन सभी मोदी को चोर बताये जाने के मामले में वो क्या सफाई देते हैं, ये देखनेवाली बात होगी. कोर्ट का चक्कर लगा रहे राहुल गांधी हर जगह यहीं सफाई दे रहे हैं कि वो विचारों की लड़ाई लड़ रहे हैं और यह लड़ाई आगे भी ज़ोरों से जारी रहेगी और वह पिछले पांच साल में जिस तरह से बीजेपी की विचारधारा से लड़े हैं उससे दस गुना ज़्यादा मज़बूती से इससे लड़ेंगे.
महाराष्ट्र में ठाणे के नज़दीक भिवंडी में राहुल गांधी पर एक और मानहानि का मामला चल रहा है. राहुल गांधी ने कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या में आरएसएस का हाथ था जिसके बाद एक आरएसएस कार्यकर्ता ने उनके ख़िलाफ़ मनहानि का मामला दायर किया था.जाहिर है राहुल गांधी का ज्यादा समय कोर्ट का चक्कर लगाते लगाते ही इस साल गुजरेगा.
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