City Post Live
NEWS 24x7

बिहार बंद में तेजस्वी ने सहयोगी दलों को नहीं दिया भाव, भड़के जीतन राम मांझी

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

बिहार बंद में तेजस्वी ने सहयोगी दलों को नहीं दिया भाव, भड़के जीतन राम मांझी

सिटी पोस्ट लाइव : RJD के बिहार बंद में महागठबंधन की एकता का भंडाफोड़ हो गया. RJD ने अपने किसी घटक दल के साथ बिहार बंद को लेकर न तो कोई विचार विमर्श किया और ना ही उनसे बंद का समर्थन करने की मांग की. इतना ही नहीं बल्कि RJD ने उनके वगैर मांगे समर्थन को भी गंभीरता से नहीं लिया. आज रालोसपा के सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा तो अपने समर्थकों के साथ बंद में शामिल हुए लेकिन उनका भी आरजेडी ने कोई नोटिस नहीं लिया. जहाँ तक हम पार्टी के जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी की पार्टी वीआइपी का सवाल है ,उनके कार्यकर्त्ता दिखावे के लिए बंद में शामिल जरुर हुए लेकिन उनके नेता जीतन मांझी और मुकेश सहनी ने अपने को बंद से दूर रखा.

मुकेश सहनी ने तो कोई बयान नहीं दिया लेकिन जीतन राम मांझी खासे नाराज दिखे. सिटी पोस्ट लाइव से ख़ास बातचीत में उन्होंने तेजस्वी यादव और आरजेडी के नए प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर जमकर हमला बोला.उन्होंने कहा कि अगर कोई ये समझाता है कि उसकी पार्टी सबसे ज्यादा ताकतवर है बाकी छोटे दलों की कोई अहमियत नहीं है तो , चुनाव में उन्हें अपनी औकात का पता चल जाएगा. मांझी ने कहा कि बंद को लेकर न तो आरजेडी ने किसी घटक दल को विश्वास में लिया और ना ही खुलकर उनसे समर्थन माँगा.

मांझी ने आरजेडी अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि वो जिस तरह से अपने पार्टी कार्यकर्त्ता की तरह सहयोगी दलों के साथ बर्ताव कर रहे हैं, पार्टी का अंत हो जाएगा. मांझी ने तेजस्वी यादव पर ईशारे ईशारे में बीजेपी का सहयोग करने का आरोप भी लगा दिया.उन्होंने कहा कि जो नेता महागठबंधन को कमजोर कर रहा है, वह बीजेपी की मदद कर रहा है.मांझीं ने कहा कि अगर 30 दिसम्बर तक तेजस्वी यादव ने कोआर्डिनेशन कमिटी का गठन नहीं किया तो सभी घटक दल आपस में बैठकर आरजेडी के बारे में बड़ा फैसला लेगें.उन्होंने माइनस RJD महागठबंधन बनाने का संकेत देते हुए कहा कि जब बड़े दल के नेता सबको साथ लेकर नहीं चलेगें तो छोटे दल आपस में मिलकर अपनी रणनीति तय करेगें.

मुकेश सहनी और जीतन राम मांझी भले तेजस्वी पर निशाना साधें, तेजस्वी बेपरवाह हैं. आज बिहार बंद के दौरान जिस तरह से महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं से तेजस्वी यादव दुरी बनाते हुए नजर आये, जाहिर है वो अपने दम पर विधान सभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.उपेन्द्र कुशवाहा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दो घंटे तक डाक बंगला चौराहे पर तेजस्वी यादव का इंतज़ार करते रहे. लेकिन तेजस्वी तभी आये जब वो थक हारकर चले गए.

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

Comments are closed.