सिटी पोस्ट लाइव :पांच दिवसीय दीपावली महापर्व की शुरुआत शनिवार को धनतेरस से हो चुकी है. इस वर्ष धनतेरस की खरीदारी का मुहूर्त 22 अक्तूबर की शाम से 23 अक्तूबर की शाम तक है. ऐसे में आज रविवार को भी लोग दो दिन शुभ मुहूर्त में खरीदारी कर सकेंगे. धनतेरस पर ब्रह्म और इंद्र नामक शुभकारी योग भी बन रहा है.धनतेरस पर सिद्धि सर्वार्थ संयोग बन रहा है. जिन लोगों ने शनिवार की वजह से बर्तन आदि नहीं खरीदा वो आज रविवार को भी खरीदारी कर सकते हैं. 22 अक्टूबर के सायंकाल 4.33 बजे से कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी का मान 23 अक्टूबर के सायंकाल 5.04 बजे तक है.
धनतेरस के दिन रोग विमुक्त जीवन के लिए धन्वंतरि की पूजा का महात्म्य है. धनतेरस के दिन धनाध्यक्ष कुबेरजी की पूजा होती है. इस दिन धातु के बर्तनों को खरीदना समृद्धिदायक माना जाता है. यह पर्व घर में सुख समृद्धि के लिए मनाया जाता है. इसलिए इस दिन किसी को उधार नहीं देना चाहिए. धन का अपव्यय भी नहीं करना चाहिए. शाम के समय घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर दीपदान करना चाहिए. इस दीपदान करने से यमराज प्रसन्न रहते हैं और अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है. रात को दीपक में तेल डालकर रुई की बत्ती जलाकर एक कौड़ी डालकर, रोली, चावल गुड़ से नैवेद्य अर्पित कर दीप जलाकर यम का पूजन करना चाहिए. स्नान करके प्रदोष काल में घाट, गोशाला, कुआं, मंदिर आदि स्थानों पर दीपक जलाना चाहिए.
कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी का मान 23 अक्टूबर के सायंकाल 5.04 बजे तक है. धनतेरस के दूसरे दिन आज 23 अक्टूबर को सुबह 7.41 मिनट से 9.01 मिनट तक चर बेला, पुन: 9.02 बजे से दिन में 1.20 बजे तक लाभ एवं अमृत बेला और 2.40 बजे से 4.01 बजे तक शुभ बेला का योग बन रहा है.इस मुहूर्त में खरीददारी की जा सकती है.22 अक्टूबर को धनतेरस था आज 23 को भी धनतेरस की खरीददारी का मुहूर्त कायम है.23 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी, हनुमान जयंती है.24 अक्टूबर को दीपोत्सव है.25 अक्टूबर को सूयग्रहण है.26 अक्टूबर- गोवर्धन पूजा व अन्नकूट और 27 अक्टूबर को भाई दूज व चित्रगुप्त पूजनोत्सव होगा.
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