सिटी पोस्ट लाइव : राजधानी पटना में इस बार दुर्गा पूजा पंडाल देखने को मिलेंगे । लेकिन थोड़ी मुश्किलें भी हैं। पूजा वाली पुरानी रौनक लौटेगी कि नहीं फिलहाल सस्पेंस है। क्योंकि इस बार पटना जिला प्रशासन कोविड के खतरों के बीच कड़ी शर्तों के साथ पूजा पंडालों को मूर्तियां स्थापित करने की अनुमति देगा। साथ ही साथ कभी भी इसे रद्द भी किया जा सकता है। इस बीच पूजा समितियों सरकार से दुर्गा पूजा को लेकर जल्द से जल्द गाइडलाइन जारी करने की मांग की है।
इस बार दुर्गा पूजा 7 अक्टूबर से शुरु होकर 15 अक्टूबर तक चलेगी। इस बार पूजा पंडाल लगाने की अनुमति दी है। पटना में सैकड़ों की संख्या में पूजा पंडाल लगते हैं। हर साल की तरह इस बार भी पूजा पंडालों को यह लाइसेंस लेना होगा लेकिन इस बार कोरोना में गाइडलाइन बदली होगी। 30 दिन से कम बचे वक्त के बीच में एक तरफ जहां पूजा पंडालों को समझ में नहीं आ रहा कि तैयारी शुरू करें तो कहां से, वहीं ज्यादातर पूजा समितियां और पंडाल साल 2020 जैसी इस बार भी पूजा आयोजित करेंगे। वहीं पूजा समितियों की तरफ से सरकार से अपील की गयी है कि जल्द से जल्द पूजा के लिए गाइडलाइन जारी करें ताकि वे अब काफी कम बचे समय में पूजा की तैयारी कर सकें।
पटना के डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि इस बार किसी भी कार्यक्रम पर सरकार और जिला प्रशासन के द्वारा रोक नहीं लगाई गई है, लेकिन कार्यक्रम के पहले आयोजकों को अनुमति लेनी होगी यदि कोरोना का संक्रमण बढ़ता है तो अनुमति को रद्द भी किया जा सकता है।डीएम ने आयोजन समितियों से छोटे स्तर पर पूजा आयोजित करने की अपील की है ताकि अगर अचानक से कोरोना के मामले बढ़ते है या तीसरी लहर आती है, तो संभावित लॉकडाउन जैसे खतरों को देखते हुए नुकसान ज्यादा ना हो।
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