सिटी पोस्ट लाइव : गंगा घाट पर छठ पूजा का बड़ा महातम है. छठ महापर्व को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस तो अपने स्तर से तैयारी में जुटी ही है साथ ही NDRF और SDRF ने बड़े पर स्तर पर घंगा घाटों की निगरानी के लिए तैयारी की है. सोमवार से लगातार 4 दिनों तक NDRF और SDRF की टीम गंगा घाटों पर तैनात रहेगी. अकेले 600 अफसर और जवानों की टीम NDRF की होगी. इनकी टीम पटना के साथ-साथ नालंदा, मुंगेर, भोजपुर, सुपौल बक्सर और दरभंगा में होगी। बाकी जिलों में SDRF की टीम को तैनात किया गया है.
पटना NDRF की 7 टीम तैनात रहेगी. हर एक टीम में 40 से 42 अफसर-जवान होंगे. इनकी कुल संख्या 400 की है. दानापुर के पीपापुल घाट से लेकर पटना सिटी के भद्र घाट तक मुस्तैद रहेगी। 70 मोटर बोट और एक्सपर्ट तैराक के साथ लगातार गंगा नदी में नहाय-खाय के दिन से लेकर सुबह का अर्घ्य खत्म होने तक तैनात रहेगी.मोटर बोट से गंगा नदी में लगातार पेट्रोलिंग होती रहेगी. इमरजेंसी से निपटन के लिए 3 रिवर एम्बुलेंस भी नदी में मौजूद होगी. रिवर एम्बुलेंस में मेडिकल टीम अलग से रहेगी. पटना में ही गांधी घाट पर सेकेंड इन कमांड के अगुवाई में NDRF का हेड क्वार्टर बनेगा जिसमें 25 लोगों की टीम काम करेगी. पटना के हर घाट पर NDRF की एक मेडिकल टीम मौजूद रहेगी.
पटना के अलावा नालंदा, मुंगेर, भोजपुर, सुपौल, बक्सर और दरभंगा में NDRF की एक-एक टीम रहेगी. बिहार-झारखंड को मिलाकर कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है. पटना से ही झारखंड के रांची, जमशेदपुर और देवघर में एक-एक टीम भेजी गई है. बिहार के बाकी जिलों में छठ घाटों पर सुरक्षा की कमान SDRF के हवाले होगी. कमांडेंट विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि सभी टीम कुशल तैराक, गोताखोर, अत्याधुनिक बाढ़-बचाव व संचार उपकरणों से लैस है. जिससे कोई भी अप्रिय घटना होने पर उसे कम समय में नियंत्रित किया जा सकता है.
Comments are closed.