सिटी पोस्ट लाइव : दिवाली का बाजार सज धजकर तैयार है. देव मास कार्तिक का पवित्र महीना शुरू हो चुका है.इस महीने में श्रीहरि विष्णु सहित माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है. 2 नवंबर को धनतेरस और 4 नवंबर को दीपावली है. लेकिन, सबसे खास बात ये है कि धनतेरस से पहले 28 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र में खरीदारी का महासंयोग बन रहा है. पुष्य नक्षत्र को खरीदारी के लिहाज से श्रेष्ठ माना जाता है. पंडितों के अनुसार इस बार का पुष्य नक्षत्र कई मायने में अत्यंत शुभकारी माना जा रहा है. 28 अक्टूबर को पूरे दिन गुरु पुष्य नक्षत्र है. गुरुवार होने के कारण इस दिन अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा.
गुरु पुष्य नक्षत्र पर गुरु और शनि का वर्षों बाद एक बेहतर योग बना है. पुष्य नक्षत्र में नई वस्तुएं खरीदना बेहतर होता है. इस दिन खरीदी गई सामग्री की अवधि लंबे समय तक होती है एवं खरीदी गई वस्तु से शुभ फल की प्राप्ति होती है. गुरु पुष्य नक्षत्र में खरीदारी, निवेश और उद्योग में भी निवेश करना शुभकारी होगा. देवताओं के गुरु वृहस्पति हैं और शनि गुरु का मान रखता है. दोनों ग्रह के बीच कोई विरोधाभास नहीं है, इसलिए गुरुवार को आ रहा पुष्य नक्षत्र बहुत शुभ माना जा रहा है.28 अक्टूबर को गुरु पुष्य के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भ बन रहा है. सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन रहेगा.
अमृत सिद्धि योग 28 अक्टूबर की सुबह 9.42 बजे से शुरू होकर 29 अक्टूबर की सुबह 6.30 बजे तक रहेगा. इस तरह दोनों शुभ योगों का संयोग इस गुरु पुष्य को खास बना रहा है. साथ ही इस दिन कुछ समय के लिए रवि योग भी रहेगा. रवि योग सुबह 6.30 बजे से 9.42 बजे तक रहेगा.ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा शास्त्री के अनुसार पुष्य नक्षत्र पर लंबे समय तक उपयोग में आने वाली वस्तुओं के साथ सोने-चांदी व डायमंड की ज्वेलरी, प्रॉपर्टी, वाहन आदि की खरीदारी करने की परंपरा है. गुरु ग्रह पीली वस्तुओं व धातुओं का कारक ग्रह है. ऐसे में सोने की खरीदारी बहुत शुभ माना जा रहा है. पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि है. शनि लोहे का कारक ग्रह है. इस वजह से दोपहिया व चारपहिया वाहनों की खरीदारी भी किया जा सकता है. साथ ही प्रॉपर्टी में निवेश जैसे प्लॉट, मकान, फ्लैट या दुकान आदि की खरीद या बुकिंग कराना शुभकारी होगा.
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