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दीघा के 5 घाट दो दिन में छठ के लिए हो जाएंगे तैयार.

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सिटी पोस्ट लाइव : जिला प्रशासन और नगर निगम छठ व्रत में गंगा घाट की साफ़ सफाई में जुटा है.गंगा के जलस्तर में लगातार कमी आ रही है. गेट नंबर 93, 88 और 83 घाट पर जहां हर बार छठ के दौरान समुद्री बीच जैसा नजारा साकार होता था, वहां इसबार ज्यादा पानी होने की वजह से छठ पूजा के लिए विशेष तैयारी करनी पड़ रही है.इन तीनों घाटों के साथ ही अधिक पानी और कटाव के कारण स्थिति अनुकूल नहीं है.हर बार की तरह दीघा के शिवा घाट, पाटी पुल घाट, मिनार घाट, बिंदटोली घाट और जेपी सेतु घाट पर तैयारी अब दिखने लगी है. दो दिनों में ये पांचों घाट पूरी तरह तैयार हो जाएंगे. मिनार घाट पर एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई है.र कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है. साथ ही दूसरे घाटों पर रास्ते को दुरुस्त करने के लिए बोरियों में गंगा की रेत भरने का काम चल रहा है.

दीघा के शिवा घाट से लेकर मिनार घाट व बिंदटोली घाट के बीच कनेक्टिविटी के लिए जेसीबी से मिट्टी भरने का काम चल रहा था. साथ ही वाॅच टावर व बैरिकेडिंग लगाने के साथ कपड़े का घेरा लगाने का काम भी हो रहा है. बिंदटोली घाट से आगे जेपी सेतु घाट का रास्ता बन गया है . घाट के पास दूर-दूर तक बल्ले गाड़ने का काम चल रहा है.इन घाटों पर चेंजिंग रूम बन गया है. कंट्रोल रूम भी बन रहा है. टॉयलेट का काम चल रहा है. घाट पर रुकने वाले व्रतियों के लिए टेंट लगाने की तैयारी चल रही है. एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच कर डेरा डाल चुकी है.

गेट नंबर 83 से आगे कुर्जी बालू पर घाट और कुर्जी घाट पर लाल कपड़े का घेरा बनाया जा रहा है.इन घाटों पर फिलहाल आम लोग नहीं जाएं, इसलिए ऐसा किया गया है. वैसे इन दोनों घाटों पर भी तैयारी दिखी. राजापुर पुल घाट तक प्रशासन की तैयारी दिखी. उसके बाद कलेक्ट्रेट घाट से गाय घाट तक गंगा की मुख्य धारा की जगह मटमैला पानी दिखा.पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने रविवार सुबह भी कलेक्ट्रेट से दीदारगंज घाट तक साढ़े तीन घंटे तक करीब 60 घाटों का पैदल निरीक्षण किया.उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे गंगा का जलस्तर कम हो रहा है, वैसे-वैसे घाट की सीढ़ियों से पानी हट रहा है.

दो-तीन दिनों में एक से सवा मीटर और कमी आने की संभावना है. कई घाट अभी असुरक्षित लग रहे हैं, उनकी स्थिति पानी घटने पर स्पष्ट होगी. अभी चार दिन का समय है. 25 या 26 अक्टूबर को खतरनाक घाटों की अंतिम सूची जारी होगी. डीएम ने कहा कि अभी तक की स्थिति से यह स्पष्ट हो रहा है कि बड़े घाटों में बांस घाट, कलेक्ट्रेट घाट और महेंद्रू घाट असुरक्षित हैं.डीएम ने कहा कि घाटों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी. सभी घाटों पर वाच टावर और नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जा रही है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ-साथ रिवर पैट्रोलिंग भी क्रियाशील रहेगी. मेडिकल टीम भी तैनात रहेगी.45 से ज्यादा तालाबों और इतनी ही संख्या में पार्क में भी छठव्रतियों के लिए प्रबंध किया गया है.

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