एक साल पहले भी सुशील मोदी के घर में पानी घुसा था, फिर भी कोई व्यवस्था नहीं
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में आई जल प्रलय ने प्रदेश भर में भारी तबाही मचाई है. एक तरफ सूबे के कई जिले बाढ़ और बरसात के पानी से लबालब है तो वहीं बारिश ने राजधानी को भी जलमग्न कर रखा है. हालांकि सोमवार से मेघराज राजधानी पटना के लोगों पर मेहरबान हुए हैं. जिसके बाद राहत बचाव कार्य में तेजी आई है. लगातार NDRF और SDRF की टीमें लोगों को पानी और खाने पिने की चीजें पहुँचाने में जुटे हैं, साथ ही उन्हें घरों से रेस्क्यू करने में लगे हैं. धीरे-धीरे हालात भी सामान्य होते जा रहे हैं. हालांकि इस भीषण समस्या के बीच राजनीति भी अपने चरम पर है.
इसमें जो मुख्य रूप से विपक्षियों के निशाने पर हैं वो बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रदेश में आए बाढ़ को लेकर वर्तमान डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने डिप्टी सीएम का एक वीडियो पर ट्वीट करते हुए कहा है कि एक साल पहले भी सुशील मोदी के घर में बारिश का पानी घुसा था. लेकिन फिर भी पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं हुई. अब 15 साल बाद भी अपनी नाकामी का दोष नीतीश सरकार के लोग विपक्ष, सावन-भादो, पितृपक्ष, हथिया नक्षत्र, मौसम और प्रकृति को दे रहे हैं.
एक साल पहले भी सुशील मोदी के घर में बारिश का पानी घुसा था। लेकिन फिर भी पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं।
15 साल बाद भी अपनी नाकामी का दोष नीतीश सरकार के बेशर्म लोग विपक्ष, सावन-भादो, पितृपक्ष, हथिया नक्षत्र, मौसम, प्रकृति इत्यादि को ही देते है।https://t.co/3wBtrVrcjj
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 1, 2019
बता दें कि इससे पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर निशाना साधा था. लालू यादव ने सड़क पर खड़े सुशील मोदी का फोटो ट्वीट कर तंज कसा. उन्होंने कहा कि गरीबों का घर उजाड़ने वाले आज खुद रोड पर आ गए हैं. गरीबों के घर देर है अंधेर नहीं. लालू यादव ने आगे कहा कि विपक्ष को गाली दे-देकर बिहार में इतना बिकासे कर दिए है कि अब सुशील अपने और नीतीश के 15 बरस के ‘विकास’ के साथ सड़क पर खड़ा है. बता दें बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी भी आम आदमी की तरह ही अपने घर में तीन दिनों तक कैद हो गए थे. वे अपने निजी आवास जो राजेंद्र नगर इलाके है ,जहाँ पिछले चार दिनों से फंसे हुए थे. सोमवार को एनडीआरएफ (NDRF) की टीम वहां पहुंची और नाव पर बैठा कर उन्हें और उनके परिवार को बाहर निकाला.
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