सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधान सभा की दो सीटों के लिए हो रहे उप-चुनाव में तेजस्वी यादव को मुश्किल में डालने की उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव की योजना खटाई में पड़ गई. तेजप्रताप यादव ने तारापुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में निर्दलीय उतरे जिस संजय यादव के समर्थन की घोषणा की थी, उन्होंने मैदान छोड़ दिया. इसके बाद अब तेज प्रताप यादव ने अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर निकाला है. तेजप्रताप यादव ने देर रात सोशल मीडिया पर लिखा कि न मैंने कुछ कहा… न लिखा तो इसमें मेरा क्या रोल है?
बता दें तेज प्रताप ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि मेरे लिए चुनाव में आदरणीय तेजप्रताप यादव जी प्रचार करेंगें-संजय यादव, जनता के लिए संजय यादव जी ने अपनी उम्मीदवारी वापिस ली-पार्टी, ना मैंने कुछ कहा ना लिखा तो इसमें मेरा क्या रोल था या है? हरियाणवी स्क्रीट राईटर तुम ये फालतू की सी ग्रेड कहानी कहीं और लिखना। बिहारी सब समझतें हैं।
तेज प्रताप ने अपने ट्वीट के माध्यम से बताया है कि चुनाव प्रचार में तेजप्रताप जायेंगे, मैंने नहीं कहा न ही संजय यादव की उम्मीदवारी वापस लेने न लेने से फर्क पड़ता है. ये सारा खेल तेजस्वी यादव के रणनीतिकार संजय यादव को जिम्मेदार बताया है. बता दें तेजप्रताप यादव का गुस्सा राजद या तेजस्वी यादव, जगदानंद सिंह और संजय यादव पर दिखता रहा है. 2 दिन पहले तेजप्रताप यादव ने चुनाव के लिए जारी स्टार प्रचारकों की जारी सूची पर भी सवाल उठाया था. मां राबड़ी देवी और दीदी मीसा भारती का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर रखने पर वे भड़क गए थे.
गौरतलब है कि तारापुर विधानसभा क्षेत्र से तेज प्रताप ने आरजेडी के आधिकारिक प्रत्याशी अरुण कुमार साह के खिलाफ अपने संगठन छात्र जनशक्ति परिषद से प्रत्याशी उतार दिया था. उन्होंने यहां छात्र जनशक्ति परिषद के मुंगेर प्रमंडल अध्यक्ष संजय कुमार यादव को अपना समर्थन देने का ऐलान किया था. संजय कुमार को तेज प्रताप का करीबी बताया जाता है.लेकिन तेजस्वी यादव ने संजय यादव को अपने साथ खड़ा कर लिया है.
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