सिटी पोस्ट लाइव : गोपालगंज हत्याकांड को लेकर तेजस्वी यादव ने बिहार को गरमा दिया था. लेकिन जिला प्रशासन ने लॉक डाउन का हवाला देकर उन्हें मार्च करने से क्या रोका, उन्होंने अपना रास्ता ही बदल लिया. दरअसल, कल से तेजस्वी यादव गोपालगंज को भूल गए हैं. वो दलितों से मिलने निकल गए हैं. कल नौबतपुर गए और आज मोकामा पहुँच गए. दोनों जगहों पर दलितों की हत्या हुई थी. दरअसल, इन घटनाओं पर तेजस्वी यादव की अबतक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी.लेकिन गोपालगंज में जैसे ही तीन यादवों की हत्या हुई उन्होंने आसमान को सर पर उठा लिया.सड़क पर उतर गए और मार्च करने का एलान कर दिया. मार्च तो लॉक डाउन में संभव नहीं था कर भी नहीं पाए.लेकिन माहौल जरुर बना दिया.
लेकिन उनके सहयोगी दल हम पार्टी के मुखिया जीतन राम मांझी ने उनकी हवा एक मिनट में ये कहकर निकाल दी कि तेजस्वी यादव नाटक कर रहे हैं. वो जाती की राजनीति कर रहे हैं.दलितों-पिछड़ों और अति-पिछड़ों –मुसलमानों की उन्हें चिंता नहीं केवल यादवों के लिए चिंतित हैं.जीतन राम मांझी ने आरोप क्या लगाया, दुसरे दिन से तेजस्वी यादव की राजनीति की दिशा ही बदल गई. तेजस्वी यादव गोपालगंज को भूल गए.जहाँ जहाँ दलितों की हत्या हुई है, वहां वहां का दौरा शुरू कर दिया.शनिवार को नौबतपुर गए और आज रविवार को मोकामा के घोसवरी पहुँच गए.
आज मोकामा के घोसवरी प्रखंड स्थित रामनगर में हुए डबल मर्डर के पीड़ित परिवार से मिले. दिवंगत देवव्रत माँझी और सोल्जर मांझी के परिजनों से भी उन्होंने मुलाकात किया.गौरतलब है कि रामनगर मुसहरी निवासी देवव्रत मांझी और सोल्जर मांझी की 29 मई शुक्रवार की देर रात बेरहमी से लाठी-डंडे से पीट-पीट कर मौत की नींद सुला दिया गया था.हत्या की इस घटना के बाद महा दलित समुदाय में भारी आक्रोश है.इसी तरह से नौबतपुर में भी एक दलित परिवार पर हमला कर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी. यहाँ भी तेजस्वी यादव पहुंचे.उन्होंने दोनों जगहों पर पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद सरकार पर जमकर निशाना साधा.उन्होंने कहा कि ये राज गुंडों का राज है. दलितों-पिछड़ों और मुसलमानों की यहाँ दिन दहाड़े हत्याएं हो रही हैं.
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