सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी एक बार फिर अपने बयानों के जाल में फंस सकते हैं। किसान बिल का समर्थन करते हुए एक बार फिर उन्होनें कुछ ऐसा कह दिया है जिसमें विरोधी उन्हें फांस सकते हैं। बिहार के डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार बिहार को पंजाब-हरियाणा नहीं बनने देगी। उन्होनें कहा कि उन राज्यों में बिचौलियों का बोलबाला है।वे किसानों की हकमारी करते हैं। उन्होनें आगे कहा कि बिहार की जो महागठबंधन की पार्टियां आरजेडी और कांग्रेस हैं वो किसान विरोधी हैं। उन्हें किसानों के हितों से कोई लेना देना नहीं है। ये चाहते हैं कि किसान परंपरागत तरीके के आढ़तियों( बिचौलियों) के जरिए किसानों का उत्पाद बेचा जाए जो पंजाब-हरियाणा में होता रहा है। उन राज्यों में बिचौलिए किसानों की हकमारी करते है। लेकिन केन्द्र सरकार के नये बिल से उन दलालों की दुकान बंद हो जाएगी।
किसानों को उनके फसलों की पूरी कीमत मिल सकेगी।
दरअसल सुशील मोदी ने पंजाब सरकार की बात की तो ये माना जा सकता है कि वहां कांग्रेस की सरकार है, ऐसे में विरोधी दल होने के नाते उसकी खिंचाई कर सकते हैं लेकिन उन्होनें पंजाब के साथ-साथ हरियाणा की बात करते हुए यहां तक कह दिया है बिहार को पंजाब-हरियाणा नहीं बनने देंगे। अब हरियाणा में बीजेपी की सरकार है तो क्या सुशील मोदी को बीजेपी सरकार की नीतियों से भी सरोकार नहीं है क्या, वे आखिर पंजाब-हरियाणा नहीं बनने देने की बात क्यों कर रहे हैं।
दरअसल किसान बिल की बात करें तो सबसे ज्यादा इस बिल का विरोध पंजाब और हरियाणा में ही देखने को मिल रहा है। इस मुद्दे पर तो एनडीए में शामिल पंजाब की आकाली दल की सांसद और केन्द्र में मंत्री रही हरसिमरत कौर बादल ने इस्तीफा तक दे दिया। लेकिन हरियाणा की बात कर सुशील मोदी यहां भी फंस सकते हैं जहां बीजेपी की सरकार है। वैसे इससे पहले भी वे अपने बयानों को लेकर फंसते दिखे थे जब उन्होनें बिहार वापसी करने वाले मजदूरों को प्रवासी कह कर संबोधित किया था। इस मामले पर सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के सामने ही उनकी खिंचाई कर दी थी।
Comments are closed.