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क्या उपेन्द्र कुशवाहा की पत्नी लड़ना चाहती हैं काराकाट से चुनाव, उपेन्द्र की चिंता जानिये

पत्नी के चुनाव लड़ने की खबर से बढ़ी उपेन्द्र की चिंता मन मत बढ़ाइये, हम तो फिर छंटनीग्रस्त हो जाएंगे

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क्या उपेन्द्र कुशवाहा की पत्नी लड़ना चाहती हैं काराकाट से चुनाव, उपेन्द्र की चिंता जानिये

सिटी पोस्ट लाइव : रालोसपा सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा दिन रात BJP पर सीट शेयरिंग को लेकर दबाव बनाए हुए हैं. दिन रात नए राजनीतिक समीकरण की तलाश में जुटे हुए हैं. इस बीच उनकी पत्नी के उनके चुनाव क्षेत्र में घुमने को लेकर एक नयी खबर मीडिया में आ गई. अब उपेन्द्र कुशवाहा की पत्नी लड़ेगी  काराकाट से लोक सभा चुनाव. यह खबर खबरिया चैनलों की सुर्खियाँ बन गई . खबर पर  उपेन्द्र कुशवाहा की मुहर लगवाने के लिए पत्रकार उपेन्द्र कुशवाहा के पीछे भागने लगे. दिल्ली जाने से पहले उन्हें एअरपोर्ट पर पकड़ लिया. फिर उपेन्द्र कुशवाहा का जबाब भी उन्हें मिल गया- ‘मुझको कम समय मिलता है. इसलिए मेरी पत्नी भी काराकाट जाती रहती हैं. इसका ये मतलब न बनाया जाये कि वो वहां से चुनाव लड़ेंगी. बीते चुनाव के दौरान भी मेरी पत्नी कई बार काराकाट चुनावी कैंपेन में गई थी. इस बात का बतंगड़ न बनाया जाये. आप लोग तो उनका मन ही बढ़ा दीजिएगा कि वो ही काराकाट से उम्मीदवार हैं. ऐसे तो हम छंटनीग्रस्त हो जाएंगे”.

इसमे शक की कोई गुंजाईश नहीं कि पूरा देश चुनावी मोड में आ चुका है. राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने तरीके से लोकसभा की तैयारियों में जुट गई हैं. सांसद लगातार अपने क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं. इसी कड़ी में रालोसपा प्रमुख सह केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी उनकी अनुपस्थिति में उनके चुनाव क्षेत्र काराकाट में घुमने लगीं. वो  काराकाट में लगातार कैंपेन कर रही है. जनता से सीधे संवाद कर रही है.

गौरतलब है कि गुरुवार को रालोसपा प्रमुख सह केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली रवाना हो गए. दिल्ली जाने से पहले पटना एयरपोर्ट पर एनडीए में रहने के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 30 नवंबर से पहले कुछ नहीं बोलेंगे. बीजेपी नेताओं से जारी संवाद पर भी उन्होंने कहा कि जो कुछ भी होगा, वो बाद में बताएंगे. गौरतलब है कि उपेन्द्र कुशवाहा 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के लिए सम्मानजनक सीटों की मांग कर रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार के नीच वाले बयान को लेकर बीजेपी के नीतीश के साथ खड़े होने से भी कुशवाहा आहत हैं. वे जितनी बार दिल्ली पहुंचे हैं, उतनी बार उनकी मुलाकात बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से नहीं हो सकी है. इसके बाद उन्होंने यह साफ कहा कि अब सीधे प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी से मिलेंगे.अब ये  देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रधानमंत्री उन्हें मिलने का समय देते हैं. वैसे राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अब बीजेपी उपेन्द्र कुशवाहा के साथ पांच राज्यों के चुनाव परिणाम सामने आने के बाद ही फाइनल बातचीत के लिए बैठेगी.

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