सिटी पोस्ट लाइव : मोदी कैबिनेट के विस्तार को लेकर इसबार बिहार में सियासत तेज है. एक तरफ जदयू को मोदी कैबिनेट में चार सीट चाहिए तो दूसरी तरफ चिराग पासवान की पार्टी जो इनदिनों दो गुटों में बंटी है उन्हें भी मंत्री पड़ चाहिए. इस बीच एक खबर सामने आई है. लोजपा पार्टी पर चिराग पासवान व उनके चाचा पशुपति पारस के अपने-अपने दावे हैं. इस कैबिनेट विस्तार के साथ या तो चिराग पासवान का पीएम मोदी से मोहभंग हो जाएगा या अगर चिराग को मंत्रिमंडल में जगह दी जाती है तो सीएम नीतीश कुमारकी नाराजगी तय है.
चर्चाओं पर विश्वास करें तो मोदी मंत्रिमंडल विस्तार में बिहार से जनता दल यूनाइटेड व भारतीय जनता पार्टी के साथ एलजेपी को भी जगह मिलेगी. एलजेपी से पहले रामविलास पासवान कैबिनेट मंत्री थे, लेकिन उनके निधन के बाद पार्टी से कोई मंत्री नहीं है. एलजेपी में मचे घमासान के बीच बीजेपी की चुप्पी के कारण वह किसके साथ है, फिलहाल स्पष्ट नहीं है. चिराग पासवान ने फिर दुहराया कि एलजेपी को ताेड़ने वाले पांच सांसद अलग गुट कहे जा सकते हैं, लेकिन वे एलजेपी सांसद नहीं कहे जा सकते हैं. ऐसे में उन्हें मंत्रिमंडल में बतौर एलजेपी सांसद जगह देना उन्हें स्वीकार नहीं होगा. चिराग यह पहले ही कह चुके हैं कि भविष्य के उनके रास्ते खुले हैं.
खबरों के मुताबिक मोदी मंत्रिमंडल में बिहार के तीन नेताओं को जगह मिल सकती है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी, एलजेपी के सांसद पशुपति कुमार पारस और जेडीयू के आरसीपी सिंह को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है. नीतीश की पार्टी चाहती है कि चार मंत्री बनें. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जेडीयू ने कहा कि बिहार में बीजेपी के 17 सांसद हैं और केंद्र में पांच मंत्री. लेकिन जेडीयू के 16 सांसद हैं और एक भी मंत्री नहीं है. ऐसे में जेडीयू ने चार मंत्री पद मांगे हैं. इनमें दो कैबिनेट और दो राज्य मंत्री की बात कही गई है. लेकिन कैबिनेट में जदयू को कितनी जगह मिलती है ये बहुत जल्द फ़ाइनल हो जायेगा.
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