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लालू यादव के तीसरे बेटे का सच आया सामने, दूसरा बेटा ही है तीसरा बेटा

मिसा भारती ने किया खुलासा-तेजस्वी यादव ही तरुण यादव है और तरुण यादव ही तेजस्वी यादव हैं.

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सिटी पोस्ट लाइव : पिछले दो दिनों से बिहार ही नहीं देश भर के लोगों के जेहन में सवाल है-लालू यादव का तीसरा बेटा तरुण यादव कौन है? गौरतलब है कि लालू यादव के जन्म दिन के अवसर पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने लालू यादव के तीसरे बेटे का नाम उछाला था. पूछा था कि ये तरुण यादव कौन है जिसके नाम पर उन्होंने प्रॉपर्टी खरीदी है. अब नीरज कुमार के इस सवाल का जबाब मिल गया है.लालू यादव का दूसरा बेटा ही है लालू यादव का तीसरा बेटा.

लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती ने अपने तीसरे भाई तरुण यादव के बारे में खुलासा कर दिया है. यानि नीरज कुमार के सवालों का जबाब दे दिया है. मिसा भारती ने खुलासा किया है कि तरुण यादव ही तेजस्वी यादव हैं. तेजस्वी यादव का ही दूसरा नाम तरुण यादव है.मीसा भारती ने कहा कि तेजस्वी यादव को हमलोग घर में तरुण नाम से ही पुकारते हैं. मेरे बेटे टूटू मामा के नाम से तेजस्वी को पुकारते हैं. जो नीतीश कुमार बोलते हैं वही नीरज कुमार बोलते हैं. इसका ही इनाम नीतीश कुमार ने नीरज को दिया है. मीसा भारती ने कहा कि टूटू और तरुण तेजस्वी का नाम हैं मैं इसका साफ कर देती हूं. बीजेपी और जेडीयू के नेता अपनी सरकार की नाकामी छुपाने के लिए इस तरह का सवाल और गंदे सवाल उठाते हैं. ये नेता समाज में गंदगी फैलाते हैं.

मीसा भारती ने कहा कि 1996 में डीए केस लालू प्रसाद हुई तो हमलोगों ने केस जीता. उसमें सारी संपत्ति का ब्यौरा था. जब जब मां और पिता चुनाव लड़े संपत्ति के बारे में बताया. जब तेजस्वी ने राघोपुर से चुनाव लड़ा तो उसमें भी तेजस्वी ने संपत्ति का ब्यौरा दिया है. लेकिन नीतीश सरकार के मंत्री अपनी सरकार के नाकामियों को छुपाने के लिए इस तरह का बयान दिया जा रहा है.  मीसा भारती ने कहा कि इसका जवाब चुनाव में जनता नीतीश कुमार को देगी. ये गंदी राजनीति करने के लिए समय वह चुना गया. जिस दिन मेरे पिता का जन्मदिन था. बिहार की जनता देख रही है. इसका जवाब मिलेगा.

मंत्री नीरज कुमार ने गुरुवार को  कहा था कि  तरुण यादव ने कौन सा  गुनाह किया जिसकी उसे सजा मिली. बेटे के गार्जियन के तौर पर पिता का नाम क्यों नहीं लिखा. यह बाल उत्पीड़न का यह मामला बनता है. नीरज ने संपत्ति की दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि फुलवरिया की इस जमीन के कागजात पर तरुण यादव का नाम लिखा है जिसपर पेसर( गार्जियन) के तौर पर लालू यादव का नाम लिखा है. अब ये तरुण यादव कौन हैं ? इसका खुलासा तो लालू यादव को करना ही होगा. आखिर उसके नाम पर संपत्ति जो ले रखी है. लालू यादव ने तो नटवर लाल को भी पीछे छोड़ दिया. ऐसा कोई सगा नहीं है जिसे लालू यादव ने ठगा नहीं. लालू यादव ने धन-संपत्ति की लालच में अपने सगों की भी संपत्ति अपने नाम करा ली. इसके लिए तमाम साम-दाम दंड भेद का उन्होनें इस्तेमाल किया.

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