सिटी पोस्ट लाइव : आज शाम 6 बजे मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा.सूत्रों के अनुसार मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार तो होगा साथ ही कई मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है.इसबार मोदी युवा कैबिनेट बनाने जा रहे हैं.कैबिनेट में उंच्ची शैक्षणिक योग्यता वाले युवाओं को जगह मिलेगी और कई पुराने चेहरों को छुट्टी मिलेगी. केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त करने के साथ यह साफ हो गया है कि यह फेरबदल और विस्तार काफी बड़ा होगा, जिसमें करीब डेढ़ दर्जन नए मंत्रियों को तो शामिल किया ही जाएगा. साथ ही कुछ पुराने चेहरों को हटाया भी जा सकता है. मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं को सूचना भी दी जाने लगी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल, नारायण राणे, जदयू नेता आरसीपी सिंह जैसे प्रमुख नेता दिल्ली पहुंच गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में होने वाला यह पहला मंत्रिपरिषद विस्तार होगा. सरकार दो साल पूरे कर चुकी है और इस दौरान उसे कोरोना वायरस की महामारी से भी लंबे समय तक जूझना पड़ा है. खासकर कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप से सरकार की छवि पर भी असर पड़ा है. ऐसे में मंत्रिपरिषद विस्तार में प्रधानमंत्री सामाजिक समीकरणों, सहयोगी दलों को साधने, आने वाले चुनावों की रणनीति के साथ इस बात का भी ध्यान रखेंगे .सरकार की छवि बेहतर बनाने के लिए मंत्रिपरिषद में नए और युवा चेहरों को ज्यादा जगह मिल सकती है.
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते एक माह में अपने सभी मंत्रियों के कामकाज की विस्तृत समीक्षा कर चुके हैं.लगभग आधा दर्जन मंत्रियों पर गाज भी कर सकती है. लगभग डेढ़ दर्जन से ज्यादा नए मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है.जिन प्रमुख नेताओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्बानंद सोनोवाल, नारायण राणे प्रमुख हैं. समीक्षा में जिनका प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा है, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. हालांकि, यह भी चुनाव और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखकर फैसला लिया जाएगा.
जिन नए चेहरों की चर्चा है उनमें बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी, उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद अजय मिश्रा, सकलदीप राजभर, विनोद सोनकर, महाराष्ट्र भाजपा के सांसद कपिल पाटील, हिना गावित, ओडिशा से आने वाले सांसद अश्विनी वैष्णव, मध्य प्रदेश की लोकसभा सांसद संध्या राय व हरियाणा की सांसद सुनीता दुग्गल शामिल हैं. इस विस्तार में जदयू ने साफ किया कि वह सरकार में शामिल होने जा रही है . जद यू से आरसीपी सिंह समेत तीन से चार मंत्री बनाए जा सकते हैं. इसके अलावा अपना दल से अनुप्रिया पटेल, लोजपा के पशुपति पारस, निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद (भाजपा सांसद) को भी जगह मिल सकती है.लोजपा की टूट का असर भी मंत्रिपरिषद विस्तार में दिखने लगा है. लोजपा से पशुपतिनाथ पारस को मंत्री बनाया जा सकता है, जिसके खिलाफ चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है और इसका विरोध किया है.
गौरतलब है कि लोजपा में हाल में टूट हुई थी और पशुपतिनाथ पारस ने छह में से 5 ससदों के साथ संसद में नेता बन गये थे. बाद में उन्होंने खुद को लोजपा का अध्यक्ष भी घोषित कर दिया था. जबकि लोजपा के पहले से अध्यक्ष चले आ रहे चिराग पासवान ने अपने नेतृत्व वाली पार्टी को असली लोजपा करार दे रहे हैं.लेकिन एक बात तय है कि अगर मोदी मंत्रिमंडल में पारस को जगह मिली तो चिराग के पास महागठबंधन के साथ जाने के आलावा और कोई दूसरा रास्ता नहीं होगा.चिराग और तेजस्वी की जोड़ी बिहार की राजनीति में नया गुल खिला सकती है.
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