नगर निगम के हड़ताली कर्मचारियों के नेताओं पर कसा शिकंजा, 6 बड़े नेताओं पर FIR दर्ज.
सिटी पोस्ट लाइव : पटना नगर निगम के कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से शर कूड़े कचरे की ढेर में तब्दील हो गया है.अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर गए पटना (Patna) नगर निगम के सफाईकर्मी अपनी हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं हैं. नगर निगम प्रशासन ने हड़ताल से निपटने के लिए कर्मचारियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. हड़ताली कर्मचारियों की अगुवाई कर रहे नेताओं पर निगम प्रशासन ने कानूनी शिकंजा कसते हुए 6 के खिलाफ केस दर्ज कराया है. नूतन अंचल राजधानी के प्रभारी कृष्ण मोहन लाल ने हड़ताल और प्रदर्शन के लिए गठित पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के छह नेताओं व अन्य के खिलाफ कोतवाली थाना में केस दर्ज करा दिया है.
इंटक के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह, रामजतन प्रसाद, नंदकिशोर दास, नीरज कुमार, अर्जुन प्रसाद व सतीश मिश्रा के नाम शामिल हैं. इन पर सरकारी काम में बाधा डालने, प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन करने, पशु क्रूरता अधिनियम आदि की धाराओं के तहत ईन सभी नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इन नेताओं पर आरोप है कि लोगों ने महिला कर्मियों को आगे रखकर मौर्या लोक परिसर में हंगामा करने के लिए उकसाया, मरे हुए जानवरों को टांग दिया और धरना प्रदर्शन भी कराया. कोतवाली थानाध्यक्ष रामाशंकर प्रसाद सिंह ने कहा कि बुधवार की देर रात केस दर्ज हो गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है और दर्ज केस में छानबीन कर आगे कार्रवाई की जायेगी.
हड़ताल से निबटने को लेकर एक्शन में दिख रहे पटना नगर निगम की इस कार्रवाई को लेकर मामला तूल पकड़ सकता है. फिलहाल जिला प्रशासन भी शहर की साफ़ सफाई के अभियान में जुटा है.लेकिन चार हजार कर्मचारियों का काम कर लेना जिला प्रशासन के लिए आसान काम नहीं है. मंत्रियों-अधिकारियों के घरों के बाहर से जिला प्रशासन कचरा उठाने में तो जुटा है लेकिन शहरवासियों को तो राहत तभी मिलेगी जब ये हड़ताल ख़त्म होगी और चार हजार निगमकर्मी सफाई अभियान में जुटेगें.
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